एनएच मुआवजा घोटाला मामले में 14 किसानों की गिरफ्तारी को भेजा गया रिमाइंडर
एनएच मुआवजा घोटाले में बैक डेट पर 143 कर करोड़ों का राजस्व की चपत लगाने वाले 14 किसान एनबीडब्ल्यू जारी होने के बाद भी गिरफ्तार नहीं हुए।
रुद्रपुर, जेएनएन : एनएच मुआवजा घोटाले में बैक डेट पर 143 कर करोड़ों का राजस्व की चपत लगाने वाले 14 किसान एनबीडब्ल्यू जारी होने के बाद भी गिरफ्तार नहीं हुए। इसे देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने संबंधित थाना पुलिस को किसानों की गिरफ्तारी के लिए रिमाइंडर भेजा है। माना जा रहा है कि जल्द ही किसानों की गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू हो सकता है। गिरफ्तारी न होने पर पुलिस 82 की कार्रवाई भी कर सकती है।
बता दें कि एनएच मुआवजा घोटाले में किसानों ने बैक डेट पर जमीन की 143 कर करोड़ों रुपयों का मुआवजा लिया था। मामला सामने आने के बाद मार्च 2017 में सिडकुल चौकी में मुकदमा दर्ज हुआ। केस होने के बाद गठित एसआइटी ने जांच शुरू कर दी थी। जांच के दौरान करीब 211 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला मिला। इस पर एसआइटी ने घोटाले में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी शुरू कर दी थी। करीब डेढ़ साल तक एसआइटी ने छह पीसीएस अधिकारी समेत 25 तहसीलदार, कर्मचारी, किसान और बिल्डर्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। साथ ही जांच के दौरान करोड़ों का मुआवजा लेने वाले जिले के जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, सितारगंज और किच्छा के करीब 52 किसान भी चिह्नित हुए थे।
इसमें से 18 किसानों के खिलाफ एसआइटी ने न्यायालय ने एनबीडब्ल्यू भी जारी किया था। एनबीडब्ल्यू जारी होने के बाद पुलिस ने काशीपुर, बाजपुर क्षेत्र में रहने वाले किसानों की गिरफ्तारी को दबिश भी दी। इस दौरान पुलिस ने दो किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि दो किसानों ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया था। बावजूद इसके पुलिस एनबीडब्लयू जारी होने के बाद भी 14 किसानों को गिरफ्तार नहीं कर पाई। कई माह बीतने के बाद भी गिरफ्तारी न होने पर संबंधित थाना पुलिस को किसानों की गिरफ्तारी के लिए रिमाइंडर भेजा है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक किसानों की गिरफ्तारी न होने पर उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी की जाएगी।
2.53 करोड़ ही हुए जमा
बैक डेट पर 143 कर करोड़ों का मुआवजा लेने वाले किसानों की गिरफ्तारी शुरू हुई तो किसानों ने रकम लौटानी भी शुरू कर दी। इस पर कोर्ट के आदेश पर एसबीआई में खाता खोला गया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अब तक खाते में दो दर्जन लोगों ने करीब 2.53 करोड़ रुपये ही जमा किए हैं।