Move to Jagran APP

Nainital Ravan Dahan 2022: लालकुआं में क्रेन से टांगकर रावण का हुआ दहन, हल्द्वानी में भी श्रीराम की परीक्षा

Nainital Ravan Dahan 2022 कई दिनों से चली आ रही रामलीला में बुधवार को दशनन लंकेश का अंत हो गया। इस दौरान रावण का वध करने के लिए श्रीराम को कड़ी परीक्षाा देनी पड़ी। बारिश के बीच एक बार लगा की रावण दहन होना मुश्किल हो जाएगा।

By Rajesh VermaEdited By: Published: Wed, 05 Oct 2022 10:04 PM (IST)Updated: Wed, 05 Oct 2022 10:04 PM (IST)
Nainital Ravan Dahan 2022: लालकुआं में क्रेन से टांगकर रावण का हुआ दहन, हल्द्वानी में भी श्रीराम की परीक्षा
Nainital Ravan Dahan 2022 : धर्म व सत्य के साथ धैर्य व सहनशीलता की विजय हुई।

जागरण टीम, हल्द्वानी : Nainital Ravan Dahan 2022 :सहनशील, धैर्यवान, दयालुता, मित्रता.. जैसे सद्गुणों ने श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम बना दिया। बुधवार को विजयदशमी पर श्रीराम की फिर परीक्षा थी। रामलीला मैदान के बीच सजे पंडाल पर शाम पांच बजे से जहां कलाकारों को अभिनय करना था, वो पानी से भरा रहा। श्रीराम और रावण सेनाएं सजधज कर तैयार थीं। सभी वर्षा थमने का इंतजार करते रहे। एक घंटे के इंतजार के बाद आखिरकार धर्म व सत्य के साथ धैर्य व सहनशीलता की विजय हुई। बुराई के अंत के प्रतीक के रूप में रावण का 55 फीट ऊंचा पुतला जलाया गया। तभी दर्शकों से भरा पंडाल श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा।

loksabha election banner

श्रीराम व रावण सेना में भयंकर युद्ध हुआ। नाभि पर बाण लगने पर रावण धरती पर गिरा और श्रीराम दल में जय-जयकार होने लगी। श्रीराम-रावण युद्ध का वर्णन करते हुए व्यास पुष्कर दत्त शास्त्री ने कहा, रावण जब ही विभीषण त्यागा। भयहु विभव बिनु तब ही अभागा। अर्थात रावण ने जिस क्षण विभीषण का त्याग किया, उसी क्षण वह वैभवहीन हो गया।

ये भी पढ़ें : Kumaon Ravan Dahan Images : बुराई के प्रतीक रावण का हुआ अंत, पुलता जलते ही लगे जय श्री राम के नारे 

लालकुआं में आदर्श श्री रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित दशहरा मेला में दहन करने के लिए खड़ा किया गया रावण का पुतला भारी बरसात के चलते भरभरा कर गिर गया, जिसे देर शाम क्रेन द्वारा पुनः खड़ा करने का प्रयास किया गया गया, परंतु तब तक पुतला पूरी तरह पानी में भीग कर क्षतिग्रस्त हो चुका था, जिसके बाद कमेटी के पदाधिकारियों ने निर्णय के बाद देर शाम क्रेन से टांग कर रावण के पुतले का दहन किया गया।

रामनगर में भी देर शाम रावण व मेघनाद के 55 फीट ऊंचे पुतले का दहन किया गया। यहां श्रीराम की विजययात्रा भी निकली।

सरोवर नगरी नैनीताल में दशहरा आयोजन की भव्यता देखते ही बनी। मल्लीताल फ्लैट्स में श्रीराम-रावण युद्ध को लेकर लोगों में खासा उत्साह था। रावण का संहार होते ही मैदान जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा।

ये भी पढ़ें : Dussehra 2022 Pics: हल्द्वानी में बारिश ने रोका युद्ध, वानर सेना ने ओढ़ा तिरपाल, छाता लेकर छिपते नजर आए 'राम'

वहीं, हल्द्वानी के ऊंचापुल में रामलीला का मंचन जारी है। बुधवार रात अंगद-रावण संवाद का मंचन हुआ। मनोज जोशी ने अंगद व त्रिलोक पतलिया ने रावण का अभिनय किया। शानदार अभिनय की वजह से रात तक दर्शक जुटे रहे। आवास विकास, पंचायतघर, मुखानी में भी रामलीला का मंचन हुआ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.