uttarakhand lockdown : ऊधमसिंहनगर में राशन घोटाला, डीएम ने गिठत की जांच कमेटी
ऊधमसिंहनगर जिले में राशन किट आपूर्ति में मुनाफाखोरी करने के आरोप के बाद राजनीति तेज हो गई है। पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़ व विधायक राजकुमार ठुकराल ने जांच की मांग की है।
रुद्रपुर, जेएनएन : ऊधमसिंहनगर जिले में राशन किट आपूर्ति में मुनाफाखोरी करने के आरोप के बाद राजनीति तेज हो गई है। पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़ व मौजूदा विधायक राजकुमार ठुकराल ने मामले में जांच की मांग की है। जबकि मुनाफाखोरी के आरोप में व्यापार मंडल महामंत्री व युवा महामंत्री ने इस्तीफा भी दे दिया है। ऐसे में अब प्रशासन ने इस्तीफा देने वाले व्यापारी नेता को ही राशन किट आपूर्ति करने को कहा है। जिसके लिए व्यापारी नेता को प्रशासन की ओर से पत्र भी दिया गया है। वहीं मामले की जांच के लिए डीएम ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है।
राशन किट नहीं देने पर कार्रवाई की चेतावनी
जरूरतमंद श्रमिकों को खाद्यान्न के पैकेट वितरित करने का ठेका जिले के एक व्यापारी को दिया गया था। व्यापार मंडल महामंत्री विजय फुटेला ने इसे मुनाफाखोरी करार देते हुए 800 के बजाय सिर्फ 710 रुपये में राशन किट उपलब्ध कराने की बात कही। ऐसे में जिला पूर्ति अधिकारी श्याम आर्या ने आवाज उठाने वाले व्यापारी को समान गुणवत्ता के किट 710 के रेट में उपलब्ध कराने को कहा। राशन किट नहीं देने पर विभिन्न धाराओं में कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। मुनाफाखोरी से गुस्साए देवभूमि व्यापार मंडल के युवा महामंत्री सोनू खुराना ने भी इस्तीफा दे दिया है।
जनता के धन की खुली लूट
मामला सुर्खियों में आने के बाद प्रदेश के पूर्व स्वास्थ मंत्री तिलक राज बेहड़ ने इसे राशन किट घोटाला नाम दिया है। पूर्व स्वास्थ मंत्री तिलक राज बेहड़ ने प्रेस रिलीज जारी करके कहा है कि जिले में प्रशासन की नाक के नीचे राशन किट घोटाला देवभूमि उत्तराखंड को शर्मशार कर रहा है। 650 रुपये में तैयार हो जाने वाली किट के लिए प्रशासन की ओर से 800 रुपये में आर्डर दिया जाना जनता के धन की खुली लूट है। जबकि व्यापार मंडल के निवर्तमान नगर महामंत्री का 710 रुपये प्रति किट के अनुसार आपूर्ति के बाद मुनाफे को सीएम राहत कोष में देने की बात कहना प्रशंसनीय है।
710 रुपये प्रति किट होगी आपूर्ति
विजय फुटेला, निवर्तमान महामंत्री, देवभूमि व्यापार मंडल, रुद्रपुर का कहना है कि प्रशासन की ओर से एक पत्र मिला है, जिसमें नगर निकायों व उपजिलाधिकारियों की ओर से राशन किट के वर्क आर्डर मिलने की बात कही गई है। जो भी वर्क आर्डर मिलेगा, उसकी आपूर्ति 710 रुपये प्रति किट के अनुसार सुनिश्चित की जाएगी।
विधायक ठुकराल ने कहा, डीएम करवाएं जांच
रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा कि राशन किट आपूर्ति मामला आज कल सुर्खियों में हैं। ऐसे में जिलाधिकारी से हमारी मांग है कि मामले की जांच कराई जाए।
बेहड़ ने बताया, लाखों किट में करोड़ों का घालमेल
तिलक राज बेहड़, पूर्व स्वास्थ मंत्री, उत्तराखंड सरकार ने बताया कि राशन किट में यदि 710 रुपये में भी मुनाफा हो रहा है तो प्रशासन ने किस हिसाब से 800 रुपये प्रति किट का वर्क आर्डर बिना टेंडर कराए मात्र कोटेशन पर जारी कर दिया। साफ है कि 800 रुपये में खरीदी जा रही लाखों किटों में करोड़ों का घालमेल किया जा रहा है। यह किसी अधिकारी की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है। प्रशासनिक कार्यप्रणाली से हैरान कर रही है कि एक व्यापारी सार्वजनिक रूप से सस्ती राशन किट देने की बात करता है तो अफसर उसे नोटिस जारी करते हैं व एफआईआर तक की धमकी देकर उसी के उत्पीड़न में लग जाते हैं। इस हरकत से साबित होता है कि प्रशासन अपने कुछ चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए पब्लिक के सरकारी पैसे की बंदरबांट में लग गया है। प्रशासन ने मात्र दो व्यापारियों की कोटेशन पर निर्णय ले लिया जबकि जिले से अन्य दर्जनों सक्षम व्यापारी इससे कम राशि में बिल्कुल यही राशन किट बनाकर देने को तैयार बैठे हैं। इस घोटाले की जड़ तक जाने की आवश्यकता है। देश में आई इस कठिन विपत्ति के समय मुख्यमंत्री जी को तत्काल हस्तक्षेप कर नए सिरे से राशन किट वितरण का कार्य कराना चाहिए। इस घोटाले में शामिल नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत की पोल खोलनी चाहिए। उन्हें तत्काल क्षेत्र से ट्रांसफर कर उन्हें दंडित किया जाए।
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