रेंजर ने अतिक्रमण के खिलाफ चलाया अभियान, गौला किनारे 70 झोपड़ियां हटाई गईं
गौला किनारे अक्सर अतिक्रमण की शिकायतें होती है। बाहरी लोगों के बसने की वजह से संदिग्ध गतिविधियों की आशंका भी बनी रहती है। पांच साल पहले टनकपुर गौला गेट से लेकर चोरगलिया रोड स्थित रेलवे फाटक से सटी वनभूमि में अभियान चलाया गया था।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : वन विभाग की टीम ने मंगलवार को गौला किनारे जमी झोपडिय़ों को हटाने के लिए लंबा अभियान चलाया। इस दौरान 70 झोपडिय़ां हटाई गई। कार्रवाई के दौरान अतिक्रमणकारियों ने विरोध की कोशिश भी की लेकिन वनकर्मियों के पूरी तैयारी संग आने की वजह से ज्यादा दिक्कत नहीं आई। रेंजर गौला चंदन अधिकारी ने बताया कि अभियान आगे भी जारी रहेगा।
गौला किनारे अक्सर अतिक्रमण की शिकायतें होती है। बाहरी लोगों के बसने की वजह से संदिग्ध गतिविधियों की आशंका भी बनी रहती है। पांच साल पहले टनकपुर गौला गेट से लेकर चोरगलिया रोड स्थित रेलवे फाटक से सटी वनभूमि में अभियान चलाया गया था। लेकिन फिर से यहां वनभूमि को कब्जा दिया गया।
गौला में 70 झोपड़ियों पर हुई कार्रवाई
अतिक्रमण को हटाने के लिए डीएफओ तराई पूर्वी संदीप कुमार के निर्देश पर टीम गठित की गई। मंगलवार सुबह रेंजर चंदन अधिकारी व डिप्टी रेंजर प्रमोद बिष्ट गौला के अलावा छकाता रेंज का स्टाफ लेकर मौके पर पहुंचे। जिसके बाद 70 झोपडिय़ों को तोड़ा गया।
दोबारा हुआ अतिक्रमण तो दर्ज होगा मुकदमा
रेंजर अधिकारी ने बताया कि मुनादी के जरिये अतिक्रमणकारियों को चेताया गया कि अगर दोबारा ऐसी कोशिश हुई तो सभी के विरुद्ध फारेस्ट एक्ट के तहत प्राथमिकी भी दर्ज होगी। टीम में डिप्टी रेंजर डिकर राम, वन दारोगा मनोज त्रिपाठी, दलीप मेवाड़ी, शंकर दत्त परेरू, भुवन तिवाड़ी, भूपाल सम्मल, ललित मोहन जोशी, दीप आर्य, लाल सिंह, वन आरक्षी लता आर्य, वर्षा, उर्मिला टम्टा, देवेंद्र मेहरा, सुरेश आर्य, लाल सिंह आदि शामिल थे।