रानीबाग एचएमटी कर्मचारी परिवारों को सिर छिपाने के लिए मुहैया हो छत
रानीबाग एचएमटी फैक्ट्री की मशीनों व जमीन की नीलामी शुरू होने के बाद कर्मचारियों को सर छिपाने के लिए छत की चिंता सताने लगी है।
हल्द्वानी, जेएनएन : रानीबाग एचएमटी फैक्ट्री की मशीनों व जमीन की नीलामी शुरू होने के बाद कर्मचारियों को सर छिपाने के लिए छत की चिंता सताने लगी है। फैक्ट्री प्रबंधन ने कर्मचारियों के आवासीय परिसर के कमरे छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। यहां रहने वाले 40 परिवारों को चिंता है कि मशीनें व जमीन बिक गई तो वह अपने परिवार को लेकर कहां जाएंगे।
वर्ष 2016 में एचएमटी फैक्ट्री को बंद करने के फैसले के बाद अधिकांश कर्मचारी वीआरएस पर चले गए। 146 कर्मचारियों ने वीआरएस का विकल्प नहीं भरा। इसमें तीन कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। वर्तमान में करीब 40 परिवार एचएमटी के आवासीय परिसर में रह रहे हैं। एचएमटी प्रबंधन बेंगलुरु ने बीते 22 मई को नोटिस भेजकर एक माह में क्वार्टर छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। गुरुवार को एचएमटी के मशीनों की ऑनलाइन नीलामी शुरू हो गई। फैक्ट्री प्रबंधन ने फैक्ट्री की 45 एकड़ जमीन की नीलामी के लिए ई-टेंडर जारी किया है। अपनी आंखों के सामने फैक्ट्री की नीलामी होते देखकर कर्मचारी सकते में आ गए हैं। एचएमटी कामगार संघ ने पीएम आवास योजना के तहत बेघर परिवारों को छत मुहैया कराने की मांग की है। संघ इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने का मन बना रहा है।
ढाई साल का वेतन मिलना बाकी
वीआरएस नहीं लेने वाले एचएमटी कर्मचारियों को नवंबर 2016 से 22 मार्च 2019 तक का वेतन अभी तक नहीं मिला है। पीएफ का भी भुगतान नहीं हुआ है। कर्मचारियों के मुताबिक फैक्ट्री प्रबंधन वेतन व पीएफ देने में आनाकानी कर रहा है। जबकि कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज होने के साथ सैलरी स्लिप हर माह जारी की गई है। पीएफ के मामले में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में सुनवाई जारी है। अगली सुनवाई 21 जून को होनी है।
पेड़ को खुद हटाने में जुटे रहे कर्मचारी
बुधवार तड़के की आधी में एचएमटी परिसर में एक पेड़ गिर गया। जिससे बिजली के तार टूट गए हैं। इससे एचएमटी कालोनी में अंधेरा पसरा हुआ है। बुधवार के बाद गुरुवार को भी कर्मचारी पेड़ हटाने में जुटे रहे।
कहां जाएंगे कर्मचारी
भगवान सिंह, अध्यक्ष एचएमटी कामगार संघ ने कहा कि हमारे पास घर नहीं है। वेतन, पीएफ का भुगतान नहीं हुआ है। ऐसे में कर्मचारी कहां जाएंगे। प्रबंधन को नीलामी से पहले कर्मचारी देयकों का भुगतान करना चाहिए। कर्मचारियों को आवास मुहैया हो, इसके लिए हम प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे।
बिना हिसाब किए शुरू की नीलामी
मुकेश तिवारी, महामंत्री एचएमटी कामगार संघ का कहना है कि कर्मचारियों का हिसाब किए बिना नीलामी शुरू कर दी है। यह सरासर मनमानी है। जल्द ही इस मामले में सांसद अजय भट्ट से मुलाकात की जाएगी। एचएमटी कामगार संघ कर्मचारी हितों के लिए लड़ाई आगे भी जारी रखेगा।
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