Raksha Bandhan 2022 : दो साल बाद सलाखों में कैद भाइयों को राखी बांधने पहुंची बहनें
Raksha Bandhan 2022 कोरोना संक्रमण के चलते दो साल से सलाखों में बंद रक्षाबंधन पर्व नहीं बनाया गया था। दो साल से सूनीं भाइयों की कलाइयों में इस बार प्यार और विश्वास की राखी बांधने का सिलसिला शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Raksha Bandhan 2022 : कोरोना संक्रमण के चलते दो साल से सलाखों में बंद रक्षाबंधन पर्व नहीं बनाया गया था। दो साल से सूनीं भाइयों की कलाइयों में इस बार प्यार और विश्वास की राखी बांधने का सिलसिला शुरू हो गया है। गुरुवार को हल्द्वानी उपकारागार में सुबह नौ बजे से बहने भाइयों को राखी बांधने के लिए पहुंची।
कोरोना के कारण दो साल नहीं मिली अनुमति
जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण दो साल से रक्षा पर्व जेल में नहीं मनाया जा सका। हालांकि जो राखियां जेल में पहुंची उन्हें सैनिटाइज करने के बाद बंदियों तक जेल कर्मचारियों ने ही पहुंचाई। इस बार जेल में राखी बांधने का आदेश उच्चाधिकारियों से प्राप्त हुआ है।
गेट पर कैदियों को बुलाकर बंधवाई राखी
हल्द्वानी उपकारागार में दूर-दराज से कैदियों की बहनें राखी लेकर पहुंच रही है। गेट पर कैदियों को बुलाकर राखी बंधवाई जा रही है। गेट से ही बहनें भाईयों की कलाइयों पर राखी बांधकर मिठाई खिला रही हैं और उनके जल्द निर्दोष साबित होकर घर वापसी की दुआएं कर रही हैं।
सुरक्षा व्यवस्था का रखा गया पूरा ध्यान
जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा के अनुसार जो राखियां कोरियर या पोस्ट आफिस के जरिए पहुंच रही हैं। उन्हें कैदियों तक पहुंचाया जा रहा है। जेल के अंदर आकर राखी बांधने के अनुमति किसी को नहीं दी जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था का पूरा इंतजाम किया गया था।