Rafting in uttarakhand : पिथौरागढ़ में उफान पर है काली नदी, तेज लहरों के बीच उठाएं राफ्टिंग का लुत्फ
एडवेंचर शौकीनों के लिए अच्छी खबर है। रिवर राफ्टिंग का लुत्फ अब पिथौरागढ़ में भी उठाया जा सकेगा। भारत-नेपाल के मध्य बहने वाली काली नदी में जौलजीबी से बूम (टनकपुर) तक दिल्ली की एक्वाटेरा एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रिवर राफ्टिंग कराई जा रही है।
संवाद सूत्र, झूलाघाट : एडवेंचर शौकीनों के लिए अच्छी खबर है। रिवर राफ्टिंग का लुत्फ अब पिथौरागढ़ में भी उठाया जा सकेगा। भारत-नेपाल के मध्य बहने वाली काली नदी में जौलजीबी से बूम (टनकपुर) तक दिल्ली की एक्वाटेरा एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रिवर राफ्टिंग कराई जा रही है। मंगलवार को झूलाघाट से राफ्टिंग शुरू हो चुकी है।
मंगलवार को झूलाघाट के राजकीय इंटर कालेज से रिवर राफ्टिंग का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर ग्रेटर कैलाश नई दिल्ली की कंपनी एक्वाटेरा एडवेंचर द्वारा राफ्टिंग का शुभारंभ किया गया। राफ्टिंग में विदेशी और भारतीय शामिल हैं। जिसमें छह महिलाएं हैं।
राफिटंग टीम में 16 विदेशी और तीन भारतीय नागरिक
एक्वाटेरा एडवेंचर के प्रबंधक ध्रुव राणा नरेश ने बताया कि राफिटंग की अनुमति उत्त्तराखंड पर्यटन विकास परिषद से मिली है। यह अनुमति जौलजीबी से बूम तक है। राणा ने बताया कि राफिटंग टीम में 16 विदेशी और तीन भारतीय नागरिक शामिल हैं। दल में छह महिला और 13 पुरुष शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी के छह गाइड, दो कुकिंग स्टाफ सहित 27 सदस्य शामिल हैं।
आपातकाल में एसएसबी करेगी मदद
इस मौके पर एसएसबी 55 वीं वाहिनी के जी कंपनी के कंपनी कमांडर सहायक सेनानी संतोष लाल और थाना प्रभारी झूलाघाट एसआइ अनिल आर्या द्वारा सुरक्षा संबंधी आवश्यक गाइडलाइन दी गई और किसी तरह की समस्या होने पर फोन पर सम्पर्क करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि समय रहते सहायता प्रदान की जा सके।
साहिसक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
मंगलवार को राफ्टिंग झूलाघाट से पिथौरागढ़ जिले की सीमा पंचेश्वर तक हुई । इस समय काली नदी पूरे ऊफान पर है। काली नदी पर वृहद स्तर पर हो रही राफ्टिंग से साहसिक पर्यटन बढऩे के आसार हैं। नदी का जलस्तर अधिक होने से राफटिग जौलजीबी के स्थान पर झूलाघाट से प्रारंभ हुई।