क्वारंटाइन युवकों ने बदली स्कूल की सूरत
प्राथमिक विद्यालय भवानीपुर में रहते हुए जहां तमाम लोग अव्यवस्थाओं की शिकायत कर रहे हैं वहीं राजकीय प्राथमिक विद्यालय भवानपुर में क्वारंटाइन तीन युवकों ने स्कूल की सूरत ही बदल दी।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्राथमिक विद्यालय भवानीपुर में रहते हुए जहां तमाम लोग अव्यवस्थाओं की शिकायत कर रहे हैं, वहीं राजकीय प्राथमिक विद्यालय भवानपुर में क्वारंटाइन तीन युवकों ने स्कूल की सूरत ही बदल दी। एसडीएम विवेक राय ने उन्हें प्रेरित किया और उनके सृजनात्मक कार्य के लिए सहयोग भी किया। उनके इस कार्य की पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है।
ग्राम सभा के पंकज जोशी, भाष्कर जोशी व संतोष खोलिया, जो कि बंगलुरु, हरिद्वार व पुणे से लौटे हैं, को 14 दिन के लिए प्राथमिक स्कूल में क्वारंटाइन होना पड़ा था। दो माह से बंद होने के चलते स्कूल में झाड़ियां उग आई थी। परिसर जगह-जगह टूटा हुआ था। इन युवकों ने मिलकर पहले झाड़ियां साफ की। परिसर में सुंदर क्यारियां बना फूल के पौधे लगाए। पत्थरों को रंगकर झंडारोहण की जगह पर भारत का नक्शा बनाया। इतना ही नहीं, मुख्य द्वार पर कोविड-19 से बचाव के बाबत स्लोगन भी लिखे। एसडीएम ने जब दूसरी बार निरीक्षण किया तो वहां की बदली छवि देख दंग रह गए। उन्होंने उनके इस कार्य की सराहना कर इसे प्रेरणादायी करार दिया है। खंड शिक्षा अधिकारी हरेंद्र मिश्रा, प्रधान राजेंद्र कुमार जांगी, प्रधानाध्यापक दिनेश चंद्र पांडे ने भी इसकी सराहना की।
पॉजिटिव न्यूज
-पहली से पाचवीं तक के लिए ई-लìनग मैटीरियल तैयार
इधर माध्यमिक की तरह अब सरकारी स्कूलों के प्राथमिक कक्षाओं के बच्चे भी ऑनलाइन पढ़ेंगे। हालाकि, इन बच्चों को लाइव या यूट्यूब लिंक के माध्यम से नहीं पढ़ाया जाएगा। उनके लिए एक निजी संस्था ने ऑनलाइन ई-लìनग शिक्षण सामग्री तैयार की है, जिसमें मनोरंजक कहानियों की वीडियो, गणित के सवाल आदि हैं।
सरकारी शिक्षा में अब तक केवल छठी से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को ही ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा था। इसमें एनसीईआरटी का ऑनलाइन ई-कंटेंट, दूरदर्शन चैनल, लाइव एप, यूट्यूब लिंक आदि की मदद ली जा रही थी। अब कक्षा एक से पाचवीं तक के बच्चों के लिए भी ऑनलाइन ई-लìनग सामग्री तैयार कर ली गई है। इसमें बच्चों के खास तरह की वीडियो शामिल हैं, जिसके माध्यम से उनका मनोरंजन तो होगा ही, बहुत कुछ सीखने को भी मिलेगा। समग्र शिक्षा उत्तराखंड के राज्य परियोजना कार्यालय की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (बेसिक) को पत्र भेजकर प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों तक इस ई-लìनग सामग्री को मुहैया कराने के लिए कहा गया है।