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एक घंटा बस में बिठाने के बाद छात्राओं को उतारा

यात्रा पास होने के बावजूद रोडवेज बस चालक ने छात्राओं को गंतव्य तक नहीं छोड़ा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 08:00 AM (IST)
एक घंटा बस में बिठाने के बाद छात्राओं को उतारा
एक घंटा बस में बिठाने के बाद छात्राओं को उतारा

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : यात्रा पास होने के बावजूद रोडवेज बस चालक ने छात्राओं को गंतव्य तक नहीं छोड़ा। एक घंटा बस में बैठने के बाद जब चलने की बारी आई तो उन्हें उतार दिया गया। एमबी कॉलेज में पढ़ने वाली इन छात्राओं ने रोडवेज स्टाफ पर अभद्रता का आरोप भी लगाया। छात्राओं का कहना है कि यदि उन्हें पास दिया गया है तो फिर चालक-परिचालकों को दिक्कत क्यों होती है। आए दिन इस प्रकार की अभद्रता उनके साथ होते रहती है।

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कालाढूंगी से कई छात्राएं रोजाना कॉलेज आती हैं। अप-डाउन करने के लिए इन्होंने परिवहन निगम से पास बनवा रखा है। गुरुवार दोपहर करीब एक बजे कालाढूंगी की प्रेरणा लोहनी, सुनीता बिष्ट समेत छह छात्राएं कॉलेज से रोडवेज स्टेशन पहुंची। यहां काठगोदाम डिपो की एक बस में सभी बैठ गई। एक घंटे तक सभी बस चलने का इंतजार करती रहीं। बस के निकलने से ठीक पहले चालक-परिचालक ने लंबे रूट की सवारियों का हवाला देते हुए उन्हें उतरने को कहा। छात्राओं ने उन्हें पास भी दिखाया, मगर चालक-परिचालक नहीं माने। इस बीच छात्राओं की काफी बहस भी हुई। सुनीता ने बताया कि रोडवेज कर्मचारी भी चुप्पी साधे खड़े रहे। मजबूरी में उन्हें टेंपो से बाजपुर बस अड्डे जाकर निजी बस से घर जाना पड़ा। परेशान छात्राओं ने बताया कि अक्सर रोडवेज वाले उन्हें बैठाने से मना करते हैं। वर्जन

ऐसा मामला संज्ञान में नहीं है। छात्राओं को तुंरत स्टेशन इंचार्ज को शिकायत करनी चाहिए थी। बस किसी भी रूट की हो, उसमें पास वाली सवारियों को बिठाया जाता है।

-यशपाल सिंह, आरएम रोडवेज


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