उन्नाव मामले को लेकर विरोध तेज, उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला फूंका NAINITAL NEWS
उन्नाव में दुष्कर्म पीडि़ता को न्याय दिलाने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए विभिन्न संगठनों ने उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया।
रामनगर, जेएनएन : उन्नाव में दुष्कर्म पीडि़ता को न्याय दिलाने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए विभिन्न संगठनों ने उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया। रामनगर के लखनपुर चौक में हुए पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान उपपा तथा एकता केंद्र से जुड़े लोगों ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी। पुतला दहन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि भाजपा के टिकट पर निर्वाचित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर इस मामले में मुख्य आरोपित हैं। उन्होंने दुष्कर्म पीडि़ता के पिता की हिरासत में हुई मौत के लिए भी विधायक को ही जिम्मेदार ठहराया। कहा कि मामले को दबाने के लिए विधायक द्वारा केस से जुड़े गवाहों को भी लगातार धमकी दी गई और कुछ दिन पूर्व दुष्कर्म पीडि़ता की हत्या करने की भी साजिश रच डाली। उन्होंने कहा कि आरोपित विधायक ने उस कार का एक्सीडेंट करवा दिया जिसमें पीडि़ता अपने परिजनों व वकील के साथ जा रही थी। उन्होंने कहा कि कई साल पुराने दुष्कर्म के इस मामले को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार दबाने में जुटी रही जिस कारण आज तक पीडि़ता को न्याय नहीं मिल सका। उन्होंने आरोपित विधायक को शीघ्र बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने उप्र सरकार पर महिलाओं को सुरक्षा व न्याय दिलाने में नाकाम रहने का भी आरोप लगाया। इस दौरान उपपा नेता प्रभात ध्यानी समेत पंकज, शीला शर्मा, हरीश जोशी, विद्यासागर भारद्वाज समेत इन्कलाबी मजदूर संघ, महिला एकता मंच व पछासं आदि संगठनों के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
उक्रांद ने सांसद का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया
हल्द्वानी : प्रदेश में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोगों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग संसद में उठाने पर उत्तराखंड क्रांति दल ने शुक्रवार को सांसद अजय भट्ट पुतला दहन किया। तिकोनिया स्थित बुद्ध पार्क में उक्रांद कार्यकर्ता एकत्र हुए और सांसद के बयान की निंदा करते हुए जमकर नारेबाजी की। केंद्रीय अध्यक्ष सुशील उनियाल ने कहा कि राज्य जिस मकसद से बना वह आज तक पूरा नहीं हो पाया है। राच्य में बंगाली समुदाय को एसटी का दर्जा दिलाने की मांग करना सांसद की पहाड़ विरोध मानसिकता जाहिर करता है। सांसद चाहते तो प्रदेश के सीमांत जिले चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग को पिछड़ा जिला घोषित करने की मांग रखते, जो राज्य के हित में होता। उक्रांद प्रवक्ता कार्तिक उपाध्याय ने कहा कि सांसद ने अपनी मांग को तत्काल खारिज नहीं किया तो प्रदेशभर में आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर पार्षद रवि वाल्मीकि, उक्रांद महानगर अध्यक्ष मनोज नेगी, काजल खत्री, सावन उनियाल, किशोर रावत, दीपक मेलकानी, मोहम्मद फुरकान, मोहम्मद इरफान सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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