इस बार के डेंगू मरीजों में प्लेटलेट्स गिरने की समस्या कम, STH में अब तक 40 मरीज भर्ती
डेंगू के मामले भले ही तेजी से बढ़ने लगे हैं लेकिन इस बार यह बीमारी 2019 की तरह खतरनाक नहीं है। अब तक जिले में 40 रोगी पहुंच चुके हैं। इसमें जिले के 32 मरीज हैं। इसमें से इस समय केवल सात मरीज ही भर्ती हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : डेंगू के मामले भले ही तेजी से बढ़ने लगे हैं, लेकिन इस बार यह बीमारी 2019 की तरह खतरनाक नहीं है। प्रभावित अधिकांश मरीजों में डेंगू (dengue ) के हल्के लक्षण आ रहे हैं। अधिकांश मरीजों का उपचार डाक्टर के परामर्श के बाद घर पर ही किया जा रहा है, लेकिन कुछ मरीज गंभीर रूप से अस्पताल पहुंच रहे हैं।
वैसे कुछ समय पहले तक दमुवाढूंगा क्षेत्र से ही डेंगू फैला था, लेकिन अब शहर के चारों तरफ से मरीज डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में पहुंच रहे हैं। एसटीएच में सात मरीज एलाइजा पाजिटिव हैं, लेकिन 13 मरीज संदिग्ध लक्षणों वाले हैं।जिनका डेंगू का उपचार चल रहा है।
दो नए मरीज, अब तक 40 लोग प्रभावित
एसीएमओ डा. रश्मि पंत ने बताया कि शनिवार को दो नए रोगियों में एलाइजा जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है। अब तक जिले में 40 रोगी पहुंच चुके हैं। इसमें जिले के 32 मरीज हैं। इसमें से इस समय केवल सात मरीज ही भर्ती हैं। जबकि एसटीएच से लेकर बेस अस्पताल की ओपीडी में बुखार के प्रतिदिन 20 से 40 मरीज पहुंच रहे हैं।
घबराने की जरूरत नहीं, लेकिन बरतें सावधानी : सीएमओ
सीएमओ डा. भागीरथी जोशी ने बताया कि डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं, लेकिन इस बार राहत की बात यह है कि अधिकांश मरीजों के प्लेटलेट्स कम नहीं हो रहे हैं। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। अगर बीमारी लगे तो डाक्टर से तत्काल परामर्श ले लिया जाए। प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से घरों में निरीक्षण करने के साथ ही स्वास्थ्य कैंप लगाए जा रहे हैं।
बीमारी को हल्के में न लें : डा. परमजीत
मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डा. परमजीत सिंह का कहना है कि 2019 की तरह बीमारी भयावह नहीं हुई है, लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। अधिकांश मरीजों में हल्के लक्षण हैं, लेकिन कुछ मरीज बहुत अधिक गंभीर स्थिति में पहुंच रहे हैं। जिनके प्लेटलेट्स भी कम हो रहे हैं और ब्लीडिंग भी है। इसलिए सावधानी जरूरी है। बचाव के लिए हर तरह के उपाय किए जाएं।
समय रहते जागरूक हो जाएं तो बेहतर : डा. पंत
कृष्णा अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर के वरिष्ठ फिजीशियन डा. दिनेश चंद्र पंत ने कहा कि डेंगू के मामले बढ़े हैं, लेकिन अभी हेमरेजिक वाली स्थिति नहीं है। प्लेटलेट्स भी कुछ मरीजों में चढ़ाने की जरूरत पड़ रही है। अगर समय रहते लोग जागरूक रहेंगे और स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम की टीमें लगातार काम करेंगी तो बीमारी को फैलने से रोका जा सकेगा।