निजी अस्पताल अब 27 सितंबर से कोरोना मरीजों को करेंगे भर्ती, 25 फीसद बेड आरक्षित
आइएमए की स्वास्थ विभाग व नगर प्रशासन के बीच कई दौर की वार्ता के बाद आखिरकार निजी अस्पताल संचालक कोरोना मरीजों के इलाज को राजी हो गए हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : आइएमए की स्वास्थ विभाग व नगर प्रशासन के बीच कई दौर की वार्ता के बाद आखिरकार निजी अस्पताल संचालक कोरोना मरीजों के इलाज को राजी हो गए हैं। जिला प्रशासन के आदेश के एक सप्ताह बाद निर्णय हुआ कि अब निजी अस्पताल 27 सितंबर से कोरोना मरीजों का इलाज करेंगे। इसके लिए 25 फीसद बेड भी आरक्षित रखेंगे।
शनिवार की रात आइएमए के पदाधिकारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग व नगर प्रशासन की बैठक हुई। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि पंत ने बताया कि निजी अस्पताल इलाज करने को लेकर सहमत हो गए हैं। तैयारी के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है। अब उन्हें हर हाल में 27 सितंबर तक कोरोना मरीजों को भर्ती कर इलाज करना ही होगा। साथ ही इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को भी अनिवार्य रूप से देनी होगी। इसमें किसी तरह की कोताही नहीं बरती जानी है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम भी खुद इलाज को लेकर मॉनिटरिंग करेगी। सभी निजी अस्पताल संचालकों को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं। बैठक में सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, आइएमए हल्द्वानी शाखा अध्यक्ष डॉ. अजय पांडे, महासचिव डॉ. पुनीत अग्रवाल आदि शामिल रहे।
ये है छह निजी अस्पताल
कृष्णा अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर, नीलकंठ अस्पताल, विवेकानंद अस्पताल, सेंट्रल हॉस्पिपटल, बृजलाल अस्पताल, साईं अस्पताल।