Uttarakhand Lockdown Update : जेल में कैदियों की संख्या कम करने की कवायद, छह किए रिहा
सात साल या इससे कम सजा या अपराध की श्रेणी के कैदियों की रिहाई पर शासन स्तर की हाइपावर कमेटी के निर्णय से पहले जेल प्रशासन ने छोटे जुर्म की सजा के कैदियों को रिहा किया जा रहा है।
हल्द्वानी, जेएनएन : कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा कैदियों के लिए राहत लेकर आ रहा है। सात साल या इससे कम सजा या अपराध की श्रेणी के कैदियों की रिहाई पर शासन स्तर की हाइपावर कमेटी के निर्णय से पहले जेल प्रशासन ने छोटे जुर्म की सजा के कैदियों को रिहा करने की कवायद शुरू कर दी है। छोटे अपराधों की श्रेणी में आने वाले ऐसे कैदी जो जुर्माना भुगतान न कर पाने की वजह से जेल में हैं, उन्हें जुर्माना वसूलकर छोड़ा जा रहा है। गुरुवार को छह कैदियों को जुर्माना वसूलकर व जेल प्रशासन ने विशेष अधिकार का प्रयोग कर रिहा किया गया है।
600 कैदियों को छोडा जा सकता है
जेलों में कैदियों की भीड़ को कम करने के लिए सभी राज्यों में हाईपावर कमेटी गठित कर सात साल या इससे कम सजा के अपराध की श्रेणियों में आने वाले कैदियों को अंतरिम जमानत व पेरोल पर रिहाई देने के आदेश दिए हैं। इसके बाद नैनीताल जिले की जिला जेल व उपकारागार से करीब 600 कैदियों की लिस्ट बनाकर जिला विधिक प्राधिकरण के माध्यम से राज्य विधिक प्राधिकरण को भेज दी गयी है। अंतरिम जमानत या रिहाई पर अंंतिम निर्णय हाइपावर कमेटी करेगी।
कम सजा वाले कैदियों को रिहा किया जाएगा
वहीं वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया कि छोटे अपराध की श्रेणी में आने वाले ऐसे कैदी जो जुमाने की अवधि की सजा भुगत रहे हैं, उन्हें रिहा करने की कवायद शुरू की गई है। जेल प्रशासन आपसी सहयोग व समाजसेवी लोगों की मदद से जुर्माना राशि जमा कर कैदियों को रिहा कर रहा है। कुछ कैदियों को विशेषाधिकार का प्रयोग कर रिहा किया जा रहा है। गुरुवार को छह कैदियों को रिहा किया गया है। ये कैदी मनीष चौहान पुत्र यशपाल चौहान, नंदन सिंह पुत्र सूर्य सिंह, अली हसन पुत्र मेहंदी हसन, प्रेम सिंह राणा पुत्र विशन सिंह राणा व परमजीत पुत्र जगतार शामिल हैं। कुछ अन्य कैदियों के भी जुर्माना भुगतने की कार्रवाई की जा रही है।
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