बिना भत्ते के महाकुंभ के लिए ट्रेनिंग करने को तैयार नहीं 160 पीआरडी जवान
महाकुंभ ड्यूटी की ट्रेनिंग को लेकर युवा कल्याण विभाग और पीआरडी जवानों में ठन गई है। जवानों ने बिना भत्ते के ट्रेनिंग में जाने से इनकार कर दिया है जबकि विभाग का कहना है कि ट्रेनिंग के दौरान भत्ता देने का कोई नियम नहीं है।
भानु जोशी, हल्द्वानी : महाकुंभ ड्यूटी की ट्रेनिंग को लेकर युवा कल्याण विभाग और पीआरडी जवानों में ठन गई है। जवानों ने बिना भत्ते के ट्रेनिंग में जाने से इनकार कर दिया है जबकि, विभाग का कहना है कि ट्रेनिंग के दौरान भत्ता देने का कोई नियम नहीं है। यदि आगे भी ऐसा ही रहा तो नैनीताल जिले के पीआरडी जवान बिना ट्रेनिंग के ही महाकुंभ ड्यूटी करेंगे।
इस बार महाकुंभ हरिद्वार में 11 मार्च को पहले शाही स्नान के साथ शुरू हो जाएगा। व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए प्रत्येक जिले से पीआरडी जवानों की महाकुंभ ड्यूटी लगाई गई है। ड्यूटी से पहले पीआरडी जवानों को जिलेवार युवा कल्याण विभाग द्वारा ट्रेनिंग दी जानी है। अधिकांश जिलों में ट्रेनिंग शुरू हो गई है मगर, नैनीताल जिले में अब तक ऐसा नहीं हुआ। युवा कल्याण विभाग का कहना है कि जिन पीआरडी जवानों का नाम ड्यूटी लिस्ट में है वे बिना भत्ते के ट्रेनिंग करने को तैयार ही नहीं हैं। वहीं, मामले में पीआरडी जवानों का कहना है कि विभाग द्वारा नियमित ड्यूटी न दिए जाने से उनकी आर्थिक हालत खस्ता है। महाकुंभ ड्यूटी की ट्रेनिंग में खाने-पीने, आने-जाने का खर्चा भी विभाग नहीं दे रहा। इससे जवानों पर अतिरिक्त मानसिक तनाव होगा।
160 पीआरडी जवानों की ड्यूटी
महाकुंभ ड्यूटी के लिए जिले के 160 जवानों की ड्यूटी लगी है। जिले में वर्तमान में 585 पीआरडी जवान कार्यरत हैं। पीआरडी जवानों के साथ-साथ महाकुंभ में जिले के आठ ब्लाक कमांडर भी ड्यूटी करेंगे। जिन्हें 15-15 दिन के रोस्टर के हिसाब से ड्यूटी करनी होगी।
जानिए क्या कहते हैं जिम्मेदार
महाकुंभ ड्यूटी से पहले ट्रेनिंग कराने के आदेश मिले हैं लेकिन, पीआरडी जवान बिना भत्ते के ट्रेनिंग करने को तैयार नहीं है। ट्रेनिंग में भत्ते का कोई नियम नहीं है।
दीप्ति जोशी, जिला युवा कल्याण अधिकारी नैनीताल
नियमित ड्यूटी न मिलने से पीआरडी जवानों की आर्थिक हालत खराब है। महाकुंभ ड्यूटी की ट्रेनिंग के दौरान भोजन, यात्रा आदि का भत्ता उन्हें मिलना चाहिए।
दिनेश प्रसाद, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पीआरडी हित संगठन