विश्व का सबसे छोटा चरखा बनाकर अपना ही रिकॉर्ड आर्टिस्ट प्रकाश उपाध्याय ने तोड़ा, जानिए
विश्व की सबसे छोटी वस्तु बनाकर कई रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले प्रकाश उपाध्याय ने एक और कीर्तिमान स्थापित किया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : विश्व की सबसे छोटी वस्तु बनाकर कई रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले प्रकाश उपाध्याय ने एक और कीर्तिमान स्थापित किया है। पेशे से आर्टिस्ट प्रकाश ने विश्व का सबसे छोटा हस्त निर्मित चरखा (वर्किंग मॉडल) बनाकर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दाम दर्ज कराया है। प्रकाश ने 4.5 गुणा 3.5 गुणा 3.5 मिमी साइज का चरखा बनाकर दो साल पुराना अपना ही रिकॉर्ड पीछे छोड़ा।
हल्दूचौड़ निवासी 46 वर्षीय प्रकाश उपाध्याय ने 5 गुणा 6 गुणा 4 मिमी आकार का चरखा बनाकर 2017 में लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था। तीन माह पहले उन्होंने विश्व का सबसे छोटा शिप बनाकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर देश का नाम ऊंचा किया था। प्रकाश ने बताया कि विश्व का सबसे छोटा चरखा बनाने के लिए उन्होंने माचिस की तिली की लकड़ी, स्टील का तार, धागा का इस्तेमाल किया। सामग्री जोड़ने के लिए फेवीक्विक प्रयोग किया गया।
क्रिएटिव काम में रमता है मन
प्रकाश डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में बतौर आर्टिस्ट कार्यरत प्रकाश फाइन आर्ट में डिप्लोमा प्राप्त हैं। प्रकाश कहते हैं कि बचपन से कुछ अलग करने की चाहत थी। इसीलिए जब भी समय मिलता है, कुछ न कुछ क्रिएटिव कार्यो में लग जाता हूं। प्रकाश मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लॉक के रहने वाले हैं। वर्तमान में हल्दूचौड़ में रहते हैं व राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के पैथोलॉजी विभाग में बतौर आर्टिस्ट कार्यरत हैं।
ये व्यक्तिगत रिकॉर्ड पहले करा चुके कायम
- विश्व का सबसे छोटा शिप (1.20 सेमी लंबी, 0.50 सेमी चौड़ी कांच की बोतल के भीतर स्थापित) 2018 में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज।
- विश्व की सबसे छोटी हस्त लिखित पुस्तक (3 गुणा 4 गुणा 4 मिमी) 2013 में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज।
- विश्व की सबसे छोटी हस्त लिखित पुस्तक 'हनुमान चालीसा' (3 गुणा 4 गुणा 4 मिमी) 2015 में यूनिक बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज।
- दुनिया की सबसे छोटी पेंसिल (0.5 गुणा 0.5 गुणा 5 मिमी) 2017 में असिस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज।
ये सामूहिक रिकॉर्ड भी उपाध्याय के नाम
2016 में मेरठ में 1391.7 मीटर लंबी पेंटिंग बनाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले साढ़े तीन हजार आर्टिस्टों में प्रकाश उपाध्याय भी शामिल थे। जून 2018 में कलाकार फाउंडेशन की ओर से दिल्ली में आयोजित समारोह में प्रकाश समेत देश के 1145 चित्रकारों ने एक पेड़-एक जिंदगी की थीम पर पेंटिंग बनाकर गिनीज बुक में नाम दर्ज कराया था।
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