अल्मोड़ा के प्रो. प्रदीप जोशी संघ लोक सेवा आयोग का चेयरमैन बने, आपातकाल में हुई थी जेल
मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रह चुके प्रो. प्रदीप जोशी को अब संघ लोक सेवा आयोग का चेयरमैन बनाए गए हैं।
अल्मोड़ा, जेएनएन : राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तमाम विभूतियां दे चुकी शिक्षा व सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा के इतिहास में एक और नाम जुड़ गया है। मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रह चुके प्रो. प्रदीप जोशी को अब संघ लोक सेवा आयोग का चेयरमैन बनाए गए हैं। उत्तरप्रदेश में बतौर विद्यार्थी परिषद प्रो. प्रदीप आपातकाल में जेल में भी रहे।
प्रो. प्रदीप मूल रूप से नगर के मोहल्ला जोशीखोला से हैं। भारतीय सेना में अधिकारी पिता कैलाश चंद्र जोशी की महाराष्ट्र में तैनाती के दौरान प्रो. प्रदीप का जन्म मुंबई में हुआ। बाद में सैन्य अधिकारी पिता कैलाश जोशी व माता रमा जोशी कानपुर आकर बस गए। प्रो. प्रदीप की शिक्षा दीक्षा कानपुर में ही हुई। वह उत्तरप्रदेश विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष भी रहे। आपातकाल में परिषद के सकि्रय सदस्य होने के कारण उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
वर्ष 2000 में बरेली कॉलेज में वाणिज्य विभाग के रीडर पद पर रहे। वहां उनके शिष्य रहे मूल रूप से पदमपुरी (नैनीताल) निवासी एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नीरज तिवारी के अनुसार वर्ष 2001-02 में गुरुजी की नियुक्ति बतौर प्रोफेसर, हेड व डीन पद पर रानी दुर्गावती विवि जबलपुर में हुई। वहीं से वह मध्य प्रदेश फिर छत्तीसगढ़ संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष बनाए गए।
अयारपाटा नैनीताल में है ससुराल
बकौल असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नीरज तिवारी यूपीएससी के नए चेयरमैन प्रो. प्रदीप की आयारपाटा (नैनीताल) के मुनगली परिवार में ससुराल है। उनके साले साहब देवेंद्र मुनगली उच्च न्यायालय में अधिवक्ता हैं। पदमपुरी नैनीताल निवासी डॉ. नीरज तिवारी के गोरापड़ाव (हल्द्वानी) सि्थत आवास में भी जश्न सा माहौल है।
बरेली कॉलेज में पहाड़ के चर्चे
प्रिय शिष्य रहे असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नीरज बताते हैं कि बरेली कॉलेज में रीडर पद संभाललने के बाद गुरुजी (प्रो. प्रदीप जोशी) अक्सर पहाड़ का जिक्र किया करते। मुंबई की पैदाइश व कापुर में शिक्षा दीक्षा के बावजूद माता पिता ने उन्हें पर्वतीय संस्कृति व परंपराओं से जोड़े रखा। प्रो. प्रदीप के माता पिता स्वर्गवासी हैं।