अमेजॉन, फ्लिपकार्ट की तर्ज पर अब डाक विभाग करेगा ऑनलाइन व्यापार NAINITAL NEWS
डाक विभाग फिर से डाकियों से आमजन को जोड़े रखने के लिए नई पहल करने जा रहा है। विभाग अमेजॉन व फ्लिप कार्ट की तर्ज पर ऑनलाइन व्यवसाय करेगा। इसके लिए डाकघरों ने वेंडर्स आमंत्रित किए है
हल्द्वानी, जेएनएन : आधुनिक दौर में घर के दरवाजों से मानो जैसे डाकियों की दस्तक गुम सी हो गई हैं। चिट्ठी व पत्रिकाओं का वह दौर खत्म होने के साथ ही डाकियों की भी पहचान धुंधली सी पड़ती जा रही हैं, लेकिन अब डाक विभाग फिर से डाकियों से आमजन को जोड़े रखने के लिए नई पहल करने जा रहा है। विभाग अमेजॉन व फ्लिप कार्ट की तर्ज पर ऑनलाइन व्यवसाय करेगा। इसके लिए डाकघरों ने वेंडर्स आमंत्रित किए हैं।
जल्द ही डाकघरों के डाकिये अब आपके घरों पर सरकारी दस्तावेजों व पत्रिकाओं के अलावा घरेलू व दूसरे जरूरी सामानों को लेकर भी दस्तक देंगे। ऑनलाइन मार्केटिंग में कदम रखने के साथ ही अब डाकघर कपड़े, खाने का सामान, ग्रॉसरी, कॉस्मेटिक आदि सामानों को वेबसाइट के जरिये बेचेगा। हल्द्वानी प्रधान डाकघर के सहायक डाक अधीक्षक जेएस बोरा ने बताया कि डाकघर ने प्राथमिक तौर पर इस सेवा की शुरुआत करते हुए कुछ आयटम विभाग की वेबसाइट पर रजिस्टर्ड किए है। जिन्हें कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन ऑर्डर देकर मंगवा सकता है। उन्होंने कहा कि इसी पहल के जरिये विभाग ई मार्केटिंग के जरिये हर प्रदेश व स्थानीय क्षेत्र के प्रसिद्ध सामान को जन-जन तक पहुंचाने के प्रयास में लगा है।
लोकल स्तर पर बासमती चावल व तेजपत्ता के वेंडर की तलाश
डाक विभाग अपने ऑनलाइन पोर्टल के जरिये देश के हर कोने से स्थानीय प्रसिद्ध उत्पादों को ग्राहकों तक पहुंचाने के प्रयास में है। इस क्रम में नैनीताल मंडल के डाकघरों को अन्य सामानों के लिए वेंडर तलाशने के साथ ही स्थानीय बासमती चावल व तेजपत्ता के लिए प्रमुखता से वेंडर खोजने के निर्देश दिए गए है। जिससे यहां की खासियत को देश के कोने-कोने तक पहुंचा जा सके।
रजिस्ट्रेशन के लिए मुख्य डाकघरों में संपर्क करें वेंडर
अपने उत्पादों को डाक विभाग के पोर्टल के माध्यम से बेचे जाने के लिए वेंडर को मुख्य डाकघर में अपना रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा। इसके बाद डाक विभाग अपने पोर्टल पर संबंधित वेंडर का रजिस्ट्रेशन करने के साथ उसके उत्पाद का डिस्प्ले करेगा। ग्राहक के ऑर्डर देने पर वेंडर को अपना उत्पाद मुख्य डाकघर पहुंचाना होगा। वहां से डाक विभाग अपने सिस्टम यानी डाकियों के जरिये यह उत्पाद ऑर्डर करने वाले के घर तक पहुंचाएगा।
यह भी पढ़ें : इंजीनियरिंग छोड़कर सूरज ने बनाया अपना रॉक बैंड, भाई के साथ कर चुके है देशभर में शो
यह भी पढ़ें : लद्दाख के ट्रैक के समान है उच्च हिमालय में पांच हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित सिनला पास ट्रैक