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पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में नहीं खुला सूरज की हत्या का राज, अब बिसरा रिपोर्ट का किया जा रहा है इंतजार

सूरज हत्याकांड की कहानी सुलझने के बजाय उलझती जा रही है। गुरुवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सूरज को चार बाहरी चोट होने की बात तो सामने आई पर मौत के कारणों का पता नहीं चल सका।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 23 Aug 2019 10:41 AM (IST)Updated: Fri, 23 Aug 2019 10:41 AM (IST)
पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में नहीं खुला सूरज की हत्या का राज, अब बिसरा रिपोर्ट का किया जा रहा है इंतजार
पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में नहीं खुला सूरज की हत्या का राज, अब बिसरा रिपोर्ट का किया जा रहा है इंतजार

लालकुआं, जेएनएन : सूरज हत्याकांड की कहानी सुलझने के बजाय उलझती जा रही है। गुरुवार को आई पोस्टमार्टम (पीएम) रिपोर्ट से सूरज को चार बाहरी चोट होने की बात तो सामने आई, परंतु मौत के कारणों का पता नहीं चल सका। इसके बाद अब मौत की वजह जानने के लिए पुलिस मृतक के बिसरा को लैब भेजकर उसकी जांच कराने जा रही है। चिकित्सकों के पैनल ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है। 

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अपर पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव ने बताया कि शव के अत्यधिक खराब होने से पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। इस रिपोर्ट में उसके शरीर में रगड़ खाने की चार बाहरी चोट की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को मृतक का बिसरा मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। इसके बाद जांच के लिए इसे फॉरेन्सिक लैब भेजा जाएगा। तभी मौत के कारणों का पता चल सकेगा। इधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर परिजन संतुष्ट नहीं हैं। परिजनों का कहना है कि रिपोर्ट में शव खराब होने के बावजूद बाहरी खाल की चोट तो स्पष्ट हो गई, लेकिन मौत के कारण पता न चलना गले नहीं उतर रहा है। 

घटनास्थल से कुछ दूर मिला फावड़ा

आइटीबीपी में हुए सूरज हत्याकांड से पांच दिन भी पर्दा नहीं उठा है। पुलिस ने गुरुवार को भी मृतक सूरज के परिजनों के साथ आसपास चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान घटनास्थल से कुछ दूर फावड़ा भी मिला, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। मृतक के जूते, बनियान व घड़ी बरामद नहीं हो सकी। बता दें कि गत 16 अगस्त को भर्ती में शामिल होने गए नानकमत्ता निवासी सूरज सक्सेना का सड़ा गला शव आइटीबीपी से सटे पुराने परिसर में झाडिय़ों में बरामद हुआ था। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने आइटीबीपी के अधिकारियों पर हत्या का आरोप लगा हंगामा भी किया। मामले की संवेदनशीलता को देख जिलाधिकारी ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच अपर जिलाधिकारी को सौंपी। जबकि एसएसपी ने हाल ही में नैनीताल जनपद में आए इंसपेक्टर सुधीर कुमार को जांच सौंपी है। शव मिलने के बाद से ही मामले के खुलासे की मांग को लेकर नैनीताल व ऊधमसिंह नगर के ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। इधर, गुरुवार को कोतवाली पहुंचे मृतक के पिता ओम प्रकाश सक्सेना, भाई गोबिंद, चचेरा भाई कन्हैया, सूरज व दोस्त अंशु ने गत दिवस पुलिस की कॉम्बिंग में बरामद मोजे, रुमाल व राखी की शिनाख्त की थी।  

जांच अधिकारी छान रहे खाक  

जांच अधिकारी सुधीर कुमार ने घटना के दिन आइटीबीपी भर्ती में शामिल भर्ती अधिकारियों व जवानों को नोटिस जारी कर बयान के लिए बुलाया है। उस दिन भर्ती में आए दूरदराज के क्षेत्रों के युवाओं का नाम पता लेकर उनके घरों में जाकर भी उन्होंने पूछताछ की है। जांच अधिकारी ने गुरुवार को बाजपुर, कुंडा, जसपुर व काशीपुर आदि क्षेत्रों में जाकर ऐसे युवाओं के बयान दर्ज किए। 

राखी देख भर आई गोबिंद की आंखें

घटनास्थल में मिली राखी देख मृतक के भाई गोबिंद की आंख भर आई। दरअसल गत 15 अगस्त को बहन सपना ने दोनों भाइयों को राखी बांध आजीवन रक्षा का वचन मांगा था। इसके बाद गोबिंद अपनी दुकान में चला गया, जबकि सूरज भर्ती में शामिल होने के लिए लालकुआं। बरामद राखी और उसके ताऊ के लड़के तेजबहादुर के हाथ में पहनी राखी एक जैसी थी।


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