नहीं चेते हल्द्वानी वाले, दिवाली की रात दोगुना हो गया शहर में प्रदूषण
दिवाली की रात हल्द्वानी शहर में प्रदूषण दोगुना हो गया। तमाम जागरूकता कार्यक्रमों का कोई असर नहीं हुआ।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : दिवाली की रात शहर में प्रदूषण दोगुना हो गया। तमाम जागरूकता कार्यक्रम व पटाखे फोड़ने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन जारी के बावजूद पिछले साल की तुलना में इस बार पांच माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर प्रदूषण अधिक हुआ, जबकि इस दिवाली से ठीक पहले मांपे गए आंकड़ों से 101 माइक्रोग्राम ज्यादा दिवाली की रात प्रदूषण दर्ज हुआ। हालांकि ध्वनि प्रदूषण के मामले में मामूली कमी इस बार देखने को मिली।
पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम व सुप्रीम कोर्ट द्वारा गाइडलाइन जारी करने की वजह से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को उम्मीद थी कि इस बार प्रदूषण कम होगा। लेकिन परीक्षण के बाद एक सप्ताह बाद मिली रिपोर्ट चौंकाने वाली है। इसके मुताबिक पिछले साल की अपेक्षा इस बार हवा में जहर बढ़ा है। पीसीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक डीके जोशी ने बताया कि इस बार सल्फर डाइ ऑक्साइड व नाइट्रोजन ऑक्साइड की मात्रा भी मांपी गई थी। वायु प्रदूषण: माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर
दीवाली से पहले दीवाली के दिन
2017 133.5 216.4
2018 120.8 221.7 ध्वनि प्रदूषण : डेसीबल में
2017
आवास विकास बीयरशीबा सिंधी चौक
पहले 54.8 52.6 57.6
दिवाली 71.8 70.4 74.8
2018
पहले 55.0 52.2 57.7
दिवाली 69.1 69.1 73.5
सल्फर डाइ ऑक्साइड नाइट्रोजन ऑक्साइड
:दिवाली से पहले 9.4 दिवाली से पहले 20.3
:दिवाली पर 31.8 दिवाली पर 23.2 सल्फर व नाइट्रोजन बढ़ने का नुकसान
हवा में सल्फर व नाइट्रोजन गैस बढ़ने का सीधा नुकसान फेफड़ों पर होता है। सांस संबंधी बीमारियों का इन्हें जनक माना जाता है। इसके अलावा सल्फर बढ़ने पर धुंध व एसिड रैन की संभावना होती है।