महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत दा की पैतृक गांव की यात्रा में राजनीतिक रहस्य बरकरार
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी बीते शनिवार की शाम लोनिवि गेस्ट हाउस पहुंचे। उनका यहां पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया। देर रात तक उनसे मिलने को लोग आतुर दिखे। भाजपा-कांग्रेस के अलावा अन्य दलों के लोगों ने भी भगतदा से मुलाकात की।
बागेश्वर, जागरण संवाददाता : महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी बीते शनिवार की शाम लोनिवि गेस्ट हाउस पहुंचे। उनका यहां पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया। देर रात तक उनसे मिलने को लोग आतुर दिखे। भाजपा-कांग्रेस के अलावा अन्य दलों के लोगों ने भी भगतदा से मुलाकात की।
लोनिवि गेस्ट हाउस में दैनिक जागरण ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से कुछ सवाल पूछे। जिस तरह से उनका जगह-जगह भव्य स्वागत हो रहा है। सत्ताधारी दल के विधायक और अन्य नेता उनके साथ हैं। ऐसे में लगता है कि वह उत्तराखंड में फिर से चुनाव लड़ेंगे। लेकिन कोश्यारी इसे सिरे से नकार गए। उन्होंने कहा कि राजनीति से वह अब दूर हैं। वह अपने लोगों के बीच हैं और उनसे काफी दिनों के बाद मिले हैं। बस इसके अलावा वह देश की बात कर रहे हैं। विकास कार्य बेहतर हो रहे हैं। जहां सड़क नहीं थी वहां तक सड़क बन रही हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और संचार के मामले में जिला आगे बढ़ रहा है।
भाजपा और कांग्रेसियों ने की भेंट
लोनिवि गेस्ट हाउस पर भाजपा के विधायक चंदन राम दास, बलवंत भौर्याल, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट, जिपंअ बसंती देव, सुरेश गढ़िया, ब्लॉक प्रमुख कपकोट गोविंद दानू, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष मनोज ओली समेत तमाम लोगों ने भगतदा से मुलाकात की। इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व जिपंअ हरीश ऐठानी की टीम भी कोश्यारी से मिली और उन्हें कलश भेंट किया। शिक्षक नेता भी उनके साथ मिलने को आतुर रहे। उनसे मुलाकात का सिलसिला रविवार सुबह तक चलता रहा। लोगों ने उनके साथ सेल्फी ली और उसे इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रसारित भी किया।
जनसंघ नेताओं से अहम मुलाकात
रविवार की सुबह कोश्यारी जनसंघ के वरिष्ठ नेता 90 वर्षीय भूपाल सिंह धपोला के आवास पर पहुंचे। वह वर्तमान में उत्तराखंड आर्य समाज प्रभारी भी हैं। उन्होंने भगत दा का ओमपट से स्वागत किया। इसके बाद राज्यपाल कोश्यारी ने धपोला को शॉल भेंटकर सम्मानित किया। इस दौरान जनसंघ के गोविंद भंडारी, लीलाधर पंडा, बसंत पांडे, सुबोध साह आदि ने भी उनसे मुलाकात की।
जनसंघ के धपोला का मकान रहा कार्यालय
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा से चुनाव लड़ा। उस समय देव मुनि महाराज यानी भूपाल सिंह धपोला का आवास उनका कार्यालय रहा। कई वर्षों तक जनसंघ का कार्यालय रहने के बाद कोश्यारी का यहां आना-जाना लगा रहा। कोश्यारी ने रविवार को अपने जनसंघ कार्यालय के बारे में भी लोगों से बातचीत की।
रहस्य बना रहा भगत दा दौंरा
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत दा का यह दौंरा रहस्य बना रहा। उन्होंने एक तीर से दो निशान करने की भरपूर कोशिश की। एक तरह वह राजनीति से दूर रहने की बात करते रहे। वहीं, दूसरी ओर राजनीति कर रहे लोगों का हुजूम का उन तक पहुंचाना कई सवाल छोड़ गया है। यह चर्चा का विषय भी बना रहा कि कोश्यारी फिर से राजनीति में आ सकते हैं। लेकिन कुछ लोगों ने उनकी उम्र आदि पर भी सवाल खड़े किए। कुला मिलाकर भगत दा आज भी लोगों के दिलों में राज कर रहे हैं। यह आने वाला समय ही बताएगा कि वह राजनीति में दुबारा प्रवेश करेंगे या नहीं।
नियत समय पर देहरादून रवाना
कोश्यारी अपने नियत समय पर देहरादून रवाना हो गए। हेलीकाप्टर के जरिए वह डिग्री कॉलेज खेल मैदान से रविवार की सुबह 10.35 बजे रवना हो गए।