राष्ट्र विरोधी टिप्पणी करने वाले को जेल, अधिवक्ताओं से पैरवी न करने की अपील
राष्ट्र विरोधी टिप्पणी करने वाले दुकानदार को शनिवार को जेल भेज दिया गया। वहीं स्थानीय निवासियों ने अधिवक्ताओं से देश विरोधी नारे लगाने वाले व्यक्ति की पैरवी न करने की अपील की।
भीमताल, जेएनएन : पुलवामा में टेरर अटैक के बाद राष्ट्र विरोधी टिप्पणी करने वाले दुकानदार को शनिवार को जेल भेज दिया गया। वहीं स्थानीय निवासियों ने सभाकर अधिवक्ताओं से अपील की है कि वे इस प्रकार के देश विरोधी नारे लगाने वाले व्यक्ति की पैरवी न करें।
सीपीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के विरोध में शुक्रवार को स्थानीय लोग पाकिस्तान का पुतला फूंक रहे थे। इस दौरान दुकानदार मो. खुशनोद ने राष्ट्र विरोधी टिप्पणी कर दी थी। इससे मौके पर हंगामा शुरू हो गया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया था। शनिवार को उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। इधर स्थानीय लोगों ने सभा कर अधिवक्ताओं से इस प्रकार के देश विरोधी नारे लगाने वाले व्यक्तियों की पैरवी नहीं करने की अपील की है। वक्ताओं ने कहा की भारत विरोधी टिप्पणी करने वाले व्यक्ति की हर जगह आलोचना होनी चाहिए और उसका बहिष्कार होना चाहिए। अधिवक्ताओं को भी ऐसी व्यक्ति की पैरवी नहीं करनी चाहिए।
अब महिला ने की आपत्तिजनक टिप्पणी
भीमताल में शुक्रवार देर शाम बिजनौर निवासी सब्जी विक्रेता द्वारा देश पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला शांत भी नहीं हो पाया था कि शनिवार सुबह एक निजी कंपनी में कार्यरत महिला ने शहीदों के प्रति अशोभनीय टिप्पणी कर डाली। इधर जब स्थानीय निवासियों को मामले की जानकारी मिली, तब लोगों ने महिला को घेर लिया। घटना की जानकारी मिलने पर थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक भी मौके पर पहुंच गए और मामले की जानकारी प्राप्त की। टिप्पणी करने वाली महिला नुसरत खान ने कहा कि उसे पुलवामा ब्लास्ट की जानकारी नहीं थी। उसका वाक्य देश के लिए नहीं था। उसने व्यावहारिक भाषा के चलते बोल दिया था। इधर मामले में किसी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं चाहने के चलते मामला शांत हो गया।
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