हल्द्वानी के इन तीन सनसनीखेज हत्याकांडों का पुलिस आज तक नहीं कर सकी खुलासा
स्मैक और शराब तस्करों को पकड़कर पीठ थपथपाने वाली हल्द्वानी पुलिस बड़ी घटनाओं के खुलासे में फिसड्डी निकलती है।
हल्द्वानी, जेएनएन : स्मैक और शराब तस्करों को पकड़कर पीठ थपथपाने वाली हल्द्वानी पुलिस बड़ी घटनाओं के खुलासे में फिसड्डी निकलती है। खासकर किसी हत्याकांड में शुरुआती लाइन नहीं मिली तो उसका राज खुलना असंभव है। चर्चित पूनम पांडे, नीरू शाह और बलवंत चुफाल मर्डर इसका उदाहरण है। बड़ी संख्या में टीमों का गठन करने के साथ पोलीग्राफ टेस्ट तक का सहारा लिया गया था। उसके बावजूद पुलिस एक अदद सुराग तक नहीं ढूंढ सकी। अब तो इन घटनाओं की जांच तक लगभग बंद हो चुकी है।
पूनम पांडे हत्याकांड, गोरापड़ाव
26 अगस्त 2018 को बदमाशों ने निवासी ट्रांसपोर्ट कारोबारी लक्ष्मीदत्त पांडे की पत्नी पूनम की निर्मम तरीके से हत्या की थी। घर में घुसकर किए इस हत्याकांड को लेकर पुलिस के खिलाफ आक्रोश भी उपता। मुख्यालय तक अफसरों ने खुलासे को लेकर हल्द्वानी में डेरा डाला था। कई लोगों का पोलीग्राफ टेस्ट भी हुआ। हाई कोर्ट के आदेश पर स्पेशल टीम भी बनी थी। मगर हत्यारे आज भी पकड़ से बाहर है।
नीरू शाह हत्याकांड, आरटीओ रोड
आरटीओ रोड निवासी करोड़पति बुजुर्ग नीरू शाह की 15 मई 2018 को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। घटनास्थल ने मर्डर की तरफ इशारा किया तो पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था। पीएम के दौरान डॉक्टरों ने कई जगह चोट के निशान भी पाए थे। मगर दो साल से ज्यादा बीतने के बावजूद घटना से पर्दा नहीं उठा।
काश्तकार चंदन कांड, गौलापार
फरवरी 2019 में गौलापार के खेड़ा गांव में काश्तकार चंदन बजवाल की घर के बाहर बने नलकूप परिसर में ही लाश मिली थी। काठगोदाम थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने जल्द खुलासे का दावा तक किया। कई करीबियों से इसे लेकर पूछताछ हुई थी। मगर डेढ़ साल बाद भी रहस्य बरकरार है।
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