एथलेटिक्स स्पर्धाओं में खिलाड़ियों ने दिखाया दम, सुविधा संपन्न खिलाड़ी पीछे छूटे
खेल महाकुंभ की जिला स्तरीय स्पर्धाएं गुरुवार को वानिकी प्रशिक्षण केद्र में शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : खेल महाकुंभ की जिला स्तरीय स्पर्धाएं गुरुवार को वानिकी प्रशिक्षण अकादमी (एफटीआइ) के खेल मैदान में शुरू हो गई। जिला पंचायत अध्यक्ष सुमित्रा प्रसाद, डीएम वीके सुमन, एडीएम हरबीर सिंह ने इसका शुभारंभ किया। पहले दिन अंडर-14, अंडर-17 व अंडर-19 वर्ग की एथलेटिक्स की विभिन्न स्पर्धाओं में चार सौ से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया। सुदूर धारी, ओखलकांडा ब्लॉक से आई प्रतिभाओं ने जिला मुख्यालय के सुविधा संपन्न खिलाड़ियों को कड़ी टक्कर देते हुए कई स्पर्धाओं में पहला स्थान प्राप्त किया। विजेताओं का मेडल, पुरस्कार राशि भेंट की गई। शुभारंभ पर जिला युवा कल्याण अधिकारी दीप्ति जोशी, प्रभारी सहायक निदेशक खेल अख्तर अली, क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी राजदीप पंत आदि मौजूद रहे। खेल 9 जनवरी तक चलेंगे। गांव में सुविधाएं दीजिए, हम झटकेंगे मेडल
हल्द्वानी : ओखलकांडा व धारी जैसे दूरस्थ विकासखंड से आई ग्रामीण खेल प्रतिभा ने जिला स्तरीय खेल महाकुंभ शानदार प्रदर्शन किया। दौड़ की कुछ स्पर्धाओं में बाजी मारी, तो कुछ खेलों में मामूली फासले से पिछड़ गए। कुछ ऐसे खिलाडि़यों से हमने बात की तो उन्होंने कहा, ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं मिले तो वह मेडल जीतने का दम रखते हैं। भले नियमित कोचिंग न मिले, इसके बावजूद भी वह मेडल जीतने का साहस रखते हैं। जरूरत है खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेल महाकुंभ जैसे आयोजनों के साथ ब्लाक व न्याय पंचायत स्तर पर खेल सुविधाएं बढ़ाने पर ध्यान दिया जाए। ग्रामीण क्षेत्र के युवा खेलों में आगे जाना चाहते हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर सुविधाएं नहीं होती। इससे युवा अभ्यास नहीं कर पाते। आयोजन से कुछ रोज पहले तैयारी करते हैं। सुविधाएं मिलें तो ग्रामीण क्षेत्रों से अच्छे खिलाड़ी निकल सकते हैं।
- गौरव लोधियाल, धारी खेलों के लिए नियमित अभ्यास जरूरी है। गांवों में दूसरी सुविधाएं तो दूर खेल मैदान तक उपलब्ध नहीं होते। ऐसे में खिलाड़ी अभ्यास नहीं कर पाते। सरकार को ग्रामीण स्तर पर खेल सुविधाएं बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।
- भाष्कर मेलकानी, धारी खेल महाकुंभ ने ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए रास्ता तो तैयार किया है। साथ ही खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए खेल मैदान, उपकरण जैसी सुविधाएं बढ़ाने पर ध्यान दिया जाए तो युवाओं की रुचि और बढ़ेगी।
- सुनीता राणा, भीमताल