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एचएमटी कारखाने की जगह पीएम आवास योजना के तहत गरीबों के लिए घर बनाने की योजना

सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) ने रानीबाग एचएमटी वॉचेज को अपने प्रोजेक्ट में शामिल किया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 06:08 PM (IST)Updated: Sun, 24 Mar 2019 06:08 PM (IST)
एचएमटी कारखाने की जगह पीएम आवास योजना के तहत गरीबों के लिए घर बनाने की योजना
एचएमटी कारखाने की जगह पीएम आवास योजना के तहत गरीबों के लिए घर बनाने की योजना

हल्द्वानी, जेएनएन : एचएमटी घड़ी कारखाने की जगह पर पीएम आवास योजना के तहत गरीबों के लिए घर बनाने की योजना है। सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) ने रानीबाग एचएमटी वॉचेज को अपने प्रोजेक्ट में शामिल किया है। हाउसिंग फॉर ऑल योजना के तहत 2022 तक सभी को घर देने के लिए जमीन की कमी के चलते सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की घाटे में चल रही इकाइयों की जमीन का इस्तेमाल करने की योजना पर विचार किया था। शासन स्तर पर जमीन हस्तांतरण की बात भी चली। आचार संहिता के चलते अभी मामला ठंडे बस्ते में है।

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डीआइजी को सौंपा ज्ञापन

मामला जानकारी में आने के बाद कर्मचारी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से मिले। भट्ट ने पुलिस के पास जाने की सलाह देने के बाद कर्मचारियों ने डीआइजी अजय जोशी को ज्ञापन सौंपकर नियम विरुद्ध बंदी को खुलवाने की मांग की। शाम को कुछ पुलिसकर्मी मौका मुआयना करने रानीबाग फैक्ट्री गए।

अतीत में एचएमटी

  • 1982 में प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के कार्यकाल में मंजूरी
  • तत्कालीन भारी उद्योग मंत्री एनडी तिवारी ने किया था शिलान्यास
  • 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने किया उद्घाटन
  • 91 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है फैक्ट्री व आवासीय परिसर
  • फैक्ट्री में कभी 1246 कर्मचारी रहे थे कार्यरत
  • 2016 में फैक्ट्री बंदी के समय 512 कर्मचारी थे कार्यरत
  • फैक्ट्री के 366 कर्मचारियों ने लिया वीआरएस
  • 146 कर्मियों ने वीआरएस नहीं भरा, इसमें ने तीन की मौत हो गई
  • 143 कर्मचारी वर्तमान में फैक्ट्री में हैं कार्यरत

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