क्रशर के खिलाफ आर-पार की लड़ार्इ को तैयार ग्रामीण
रामनगर के सुक्खनपुर गांव में ग्रामीणों ने स्टोन क्रशर केे खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है। वो किसी भी सूरत में वहां क्रशर नहीं लगने देंगे।
रामनगर, [जेएनएन]: सक्खनपुर गांव में स्टोन क्रशर लगाए जाने का विरोध अभी थमा नहीं है। लोगों ने पंचायत कर कहा कि किसी भी कीमत में गांव में स्टोन क्रशर नहीं लगने दिया जाएगा। चाहे इसके लिए शासन और प्रशासन से आर-पार की लड़ाई क्यों न करनी पड़े।
सक्खनपुर में हुई पंचायत में ग्रामीणों का कहना था कि गांव में क्रशर लगने से न केवल फल पट्टी बर्बाद होगी, बल्कि ध्वनि और वायु प्रदूषण से पूरे गांव में नये-नये रोग जन्म लेंगे। ग्रामीणों का कहना था कि शासन और प्रशासन को अवगत कराए जाने के बाद भी वह चुप्पी साधे हुए है। आरोप लगाया किसी भी ग्रामीण द्वारा स्टोन क्रशर के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया गया।
इसके बावजूद प्रशासन मौके पर सर्वे करने के लिए पहुंच गया, जिससे साफ जाहिर होता है कि कहीं न कहीं प्रशासन की भी इसमें मूक सहमति बनी है। पंचायत में तय हुआ कि शीघ्र समस्या का समाधान नहीं होने पर स्टोन क्रशर के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। जिसमें धरना, प्रदर्शन के अलावा क्रमिक अनशन शामिल है। ग्रामीणों ने कहा कि इसके बावजूद भी यदि प्रशासन ने उनकी मांग नहीं मानी तो आंदोलन को तेज कर दिया जाएगा। इस दौरान तुलसी दास भाटिया, सोबन सिंह, अमरीक सिंह, दीपा देवी, नीलम भाटिया, मंजू देवी, आनंद नेगी, सुभाष चंद्र, राम स्वरूप सिंह, ममता देवी मौजूद रहे।
चोरी का उपखनिज खरीदा तो सीज होगा क्रशर
वहीं स्थानीय प्रशासन ने नदियों से अवैध खनन को रोके जाने के लिए खनन कारोबार से जुड़े लोगों के साथ पीरूमदारा में बैठक आयोजित की। एसडीएम पारितोष वर्मा ने सभी क्रशर व स्टॉक स्वामियों को सख्त हिदायत दी कि चोरी का उपखनिज न खरीदें। कहा कि यदि किसी क्रशर में चोरी का उपखनिज बरामद किया गया तो क्रशर सीज कर दिया जाएगा।
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