नैनीताल : फिर दरकी बलियानाला की पहाड़ी, दहशत में बीती रात, लोहाली से भी बरसे पत्थर, बाल-बाल बचे बसों में सवार यात्री
Landslide in Balianala भारी वर्षा से बलियानाला की पहाड़ी फिर दरक गई। बीती रात हुई भूस्खलन की इस घटना से क्षेत्रवासी सहम गए। यह भूस्खलन अब जीजीआईसी स्कूल परिसर के समीप तक पहुंच गया है। जिससे खतरा और बढ़ गया है। लोहाली की पहाड़ी पर भी भूस्खलन हुआ है।
जागरण संवाददाता, नैनीताल: Landslide in Balianala :भारी वर्षा के बीच शहर के लिए खतरा बनी बलियानाला पहाड़ी पर शनिवार रात फिर भूस्खलन हुआ। तेज आवाज के साथ पहाड़ी से बोल्डर और मलबा नाले में समाया तो क्षेत्रवासियों की भी नींद उड़ गई। जिसके बाद पूरी रात क्षेत्रवासियों ने दहशत में बिताई। पहाड़ी पर भूकटाव बढ़ते हुए राजकीय बालिका इंटर कॉलेज परिसर के समीप तक पहुंच गया है।
सुबह तक गिरते रहे पत्थर
वर्षों से शहर की तलहटी पर स्थित बलियानाला पहाड़ी पर भूस्खलन हो रहा है। शनिवार रात भारी वर्षा के बाद पहाड़ी पर एक बार भारी भूस्खलन हुआ। रईस होटल की ओर पहाड़ी से भारी बोल्डर और मलबा नाले में समा गया। मलबा गिरने की तेज आवाज सुन क्षेत्रवासियों की भी नींद खुल गई। कई क्षेत्रवासी सहमे हुए घरों से बाहर आ गए। सुबह तक पहाड़ी से रुक-रुककर पत्थर और मलबा गिरता रहा।
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ट्रीटमेंट के लिए बजट का इंतजार
क्षेत्रीय सभासद रेखा आर्य ने बताया कि वर्षो से पहाड़ी पर हो रहे भूस्खलन से क्षेत्रवासी दहशत में रात काट रहे हैं। कई कवायदों और मांग के बाद भी पहाड़ी का स्थाई उपचार शुरू नहीं हो पाया है। वहीं मामले में सिंचाई विभाग अधिशासी अभियंता अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि पहाड़ी के स्थाई उपचार को डीपीआर बनाकर शासन को भेजी जा चुकी है। बजट मिलने के बाद ही ट्रीटमेंट कार्य शुरू किया जाएगा।
लोहाली की भी पहाड़ी दरकी
गरमपानी : बारिश के साथ ही अति संवेदनशील लोहाली की पहाड़ी दरक गई। भारी मलबा व बोल्डर हाईवे तक पहुंच गया। पहाड़ी के नीचे से निकल रही यात्रियों से भरी रोडवेज की बस बाल-बाल बच गई। करीब तीन घंटे आवाजाही ठप हो गई। बाद में लोडर मशीन की मदद से बमुश्किल बोल्डर व मलबा हटाया जा सका। बाद में खतरे के बीच आवाजाही एक बार फिर सुचारू हुई।
तीन घंटे तक फंसे रहे लोग
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खतरनाक स्थिति में पहुंच चुकी लोहाली की पहाड़ी से भूस्खलन स्कने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार सुबह करीब पांच बजे के भारी मात्रा में बोल्डर व मलबा हाईवे तक पहुंच गया। वहां से गुजर रही रोडवेज की बस के करीब से निकले विशालकाय बोल्डर को देख हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए। हाईवे पर आवाजाही ठप हो गई। यात्री वाहन जहां तहां फंस गए। सूचना पर पहुंचे एनएच कर्मियों ने लोडर मशीन की मदद से मलबा व बोल्डर हटाए तो तीन घंटे बाद आवाजाही शुस् हुई। इससे यात्रियों से राहत की सांस ली।
ग्रामीण मार्गो पर भी बढ़ गया खतरा
गरमपानी में अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे के साथ ही ग्रामीण सड़के भी भूस्खलन की चपेट में आने से खतरों को दावत दे रही हैं। ग्रामीण जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हाईवे के विकल्प के रूप में इस्तेमाल होने वाले मोना क्वारब रामगढ़ मोटर मार्ग पर एकाएक पहाड़ी से भूस्खलन होने से मलबा मोटर मार्ग तक पहुंच गया। लोहाली के समीप भूस्खलन होने से वाहन इस मार्ग से गुजरे तो यह मार्ग भी बंद मिला। इधर, बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय को जोडऩे वाले भुजान बेतालघाट मोटर मार्ग पर घंघरेठी तथा चडूयूला व शहीद बलवंत सिंह भुजान वर्धो मोटर मार्ग पर काली पहाड़ी के समीप तथा रातीघाट - बेतालघाट मोटर मार्ग पर डंडासारी तथा बेतालघाट रामनगर मार्ग पर जगह-जगह पत्थर गिरने से आवाजाही प्रभावित हुई।