कोरोना काल में परेशान मेट्रो सिटी के लोग अब पहाड़ पर कर रहे सुकून की तलाश
मेट्रो सिटी में रहने वाले लोगों ने पर्वतीय क्षेत्र विशेषकर भीमताल भवाली मुक्तेश्वर रामगढ़ में सुकून की तलाश के लिए जमीन तलाशनी शुरू कर दी है। हालांकि यह क्षेत्र पहले से ही आकर्षण का केंद्र हैं लेकिन कोरोना महामारी के दौर में इस जगह की महत्ता और बढ़ गई है।
राकेश सनवाल, भीमताल। कोविड-19 के चलते शहरी लोग भीड़भाड़ की जिंदगी से ऊबने लगे हैं। अधिकांश समय घर के अंदर ही रहने से परेशान हैं। महामारी के चलते वह पहाड़ों में सुकून के दो पल गुजारने की तलाश में जुट गए हैं। ऐसे में पर्वतीय क्षेत्रों में जमीन की मांग बढ़ गई है।
लंबे समय तक लाकडाउन और कोरोना संक्रमण मुसीबत बनता जा रहा है। मेट्रो सिटी में रहने वाले लोगों ने पर्वतीय क्षेत्र विशेषकर भीमताल, भवाली, मुक्तेश्वर रामगढ़ में सुकून की तलाश के लिए जमीन तलाशनी शुरू कर दी है। हालांकि यह क्षेत्र पहले से ही आकर्षण का केंद्र हैं, लेकिन कोरोना महामारी के दौर में इस जगह की महत्ता और बढ़ गई है। इसलिए इन क्षेत्रों में जमीन की डिमांड भी बढ़ गई है।
दिल्ली के द्वारिका में रहने वाले संजय मरोच बताते हैं कि दिल्ली जैसे शहरों में जहां व्यक्ति दसवीं मंजिल में रहता है। लाकडाउन के चलते वह बाहर नहीं निकल सका और अब कोरोना डर बना हुआ है। खुलकर कहीं घूम नहीं सकते। इसलिए सोचा है कि पहाड़ों में कुछ पल गुजारें। इसके लिए जमीन की तलाश है। प्रापर्टी डीलिंग से जुड़े लोगों के अनुसार दिल्ली के अलावा लखनऊ, बरेली मुंबई में रहने वाले लोग इस क्षेत्र में जमीन खरीदने को लेकर अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
शिखर कंस्ट्रक्शन के एमडी मनोज जोशी ने बताया कि पहले से स्थिति बेहतर है। बाहर के लोग जमीन खरीदने के प्रति सकारात्मक दिखाई दे रहे हैं। प्रतिदिन जमीन के लिए इन्क्वायरी आ रही है। वहीं प्रापर्टी एडवाइजर धीरज तिवारी ने बताया कि लाकडाउन के चलते जहां जमीन का कारोबार लगभग समाप्त था। अब कुछ दिनों से शहरों में रहने वाले लोग पर्वतीय क्षेत्रों में जमीन खरीदने के नियम आदि के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।