दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ निकाला शांति मार्च
दिल्ली में हुई सांप्रदायिाक हिंसा को लेकर प्रगतिशील महिला एकता केंद्र परिवर्तनकामी छात्र संगठन व इन्कलाबी मजदूर सभा ने शुक्रवार को लालकुआं में शांति मार्च का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, लालकुआं: प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, परिवर्तनकामी छात्र संगठन व इन्कलाबी मजदूर सभा ने दिल्ली में हुई साप्रदायिक हिंसा के खिलाफ सेंचुरी गेट से मुख्य बाजार तक शाति मार्च निकाला। तत्पश्चात रेलवे स्टेशन तिराहे पर दंगों में मारे गए लोगों की याद में श्रद्धाजलि सभा की।
इस दौरान सभा में बोलते हुए बिंदु गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में हुई साप्रदायिक हिंसा में इतनी बड़ी संख्या में आम नागरिकों का मारा जाना बेहद दुखद व निंदनीय है। दंगों में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आपसी भाईचारे व सौहार्द बनाने के लिए नए सिरे से पहल होनी चाहिए। कार्यक्रम में पुष्पा, सुधा, मीना, जानकी, यशोदा, प्रिया, पिंकी, राजेंद्र, प्रियंका, महेश, बाबूलाल व पंकज सहित कई लोग उपस्थित थे।
उधर रामनगर में दिल्ली दंगों की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को तहसीलदार के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन भेजा। शुक्रवार को विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों का प्रतिनिधिमंडल शाति व सद्भाव के नारे लगाते हुए तहसील परिसर से ब्लाक मुख्यालय पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल ने राजधानी दिल्ली में हाल ही में भड़के दंगों के लिए केंद्र सरकार, गृह मंत्रालय, दिल्ली सरकार व दिल्ली पुलिस का पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया और दंगों की उच्च स्तरीय जाच की मांग की। साथ ही दंगों में मारे गए निर्दोष लोगों के आश्रितों को आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की माग की गयी। लोगों ने भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की। इस दौरान मनमोहन अग्रवाल, प्रभात ध्यानी, पीसी जोशी, ललित उप्रेती, इन्द्र सिंह मनराल, पंकज, तुलसी छिमवाल, मो. नबी अंसारी, पान सिंह नेगी, मयंक मैनाली व चंद्रशेखर जोशी आदि मौजूद रहे।