नैनीताल में फिर लोअर माल रोड का हिस्सा झील में गिरा
नैनीताल में लोअर माल रोड का 25 मीटर हिस्से में करीब तीन मीटर चौड़ाई वाला हिस्सा चंद दिन पहले भूस्खलन से झील में समा गया था। शनिवार की रात फिर ढेर हो गया।
नैनीताल, [जेएनएन]: जिसका अंदेशा था वही हुआ। लोअर माल रोड का 25 मीटर हिस्से में करीब तीन मीटर चौड़ाई वाला हिस्सा चंद दिन पहले भूस्खलन से झील में समा गया था। इसके बाद भूस्खलन को रोकने के लिए विशेषज्ञ अभियंताओं के सुझाव पर प्लास्टिक के तिरपाल से सड़क को ढक दिया गया, लेकिन यह जुगाड़ शनिवार की रात फिर ढेर हो गया। उसी हिस्से पर फिर भूस्खलन होने से भारी मात्रा में मलबा झील में समा गया।मंडलायुक्त राजीव रौतेला व जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने रविवार सुबह को निरीक्षण करने व ट्रीटमेंट कार्य शुरू करने की जानकारी दी है।
माल रोड के अस्तित्व पर बढ़े खतरे से प्रशासन में हड़कंप मचा है, जबकि लोनिवि अभियंताओं ने कॉल करने के बाद भी रिसीव नहीं की। शनिवार को दिनभर जोरदार बारिश हुई। माल रोड के व्यवसाई अमरप्रीत सिंह के अनुसार अपर माल रोड में लोअर माल रोड के भूस्खलन वाले हिस्से में सीवर लाइन घटों ओवरफ्लो रही। नतीजा यह निकला कि सीवर व बारिश का पानी रिसता रहा। रात को भारी भूस्खलन से अब अपर माल रोड के भी अस्तित्व पर खतरा पैदा हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अब लोअर माल रोड में जिस स्थान पर भूस्खलन हुआ था, अब मात्र साइकिल सवार ही पास हो सकता था। पहले करीब तीन मीटर सड़क झील में समाई थी। स्थानीय लोग लोअर माल रोड के झील में समाने के बाद जाच तक नहीं करने व लोनिवि की जवाबदेही तय नही करने से नाराज हैं।
लोगों का कहना है कि पूर्ववर्ती काग्रेस राज में माल रोड में हॉटमिक्स में करोड़ों खर्च किये गए, लेकिन घटिया काम के बाद भी जाच नहीं की गई। मंडलायुक्त राजीव रौतेला का कहना है कि माल रोड का हर हाल में टिकाऊ ट्रीटमेंट किया जाएगा। बहरहाल माल रोड के हिस्से के फिर झील में समाने से लोनिवि की विवादित कार्यप्रणाली जगजाहिर हो गई है।
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