उत्तराखंड के चारधाम में बिकेंगे बागेश्वर के पंचपात्र, एससीएसटी हब योजना के तहत बन रहे तांबे के पूजा पात्र
तांबे के व्यवसाय को पहचान दिलाने के लिए केंद्र की एससीएसटी हब योजना के तहत हिमाद्री पूजा किट पैकेजिंग का काम किया जा रहा है। हस्तनिर्मित तांबे से बने पूजा पात्रों को चारधाम में बेचा जाएगा। पांच सौ रुपए में एक पूजा किट श्रद्धालुओं को मिल सकेगा।
घनश्याम जोशी, बागेश्वर : तांबे के व्यवसाय को पहचान दिलाने के लिए केंद्र की एससीएसटी हब योजना के तहत हिमाद्री पूजा किट पैकेजिंग का काम किया जा रहा है। हस्तनिर्मित तांबे से बने पूजा पात्रों को चारधाम में बेचा जाएगा। पांच सौ रुपए में एक पूजा किट श्रद्धालुओं को मिल सकेगा। उद्योग विभाग ने हथकरघा हस्तशिल्प कारीगरों के उत्थान की राह आसान करने का लक्ष्य रखा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के परिवारों को भी उद्योगों से जोड़ने के लिए नेशनल एससी-एसटी हब कॉन्क्लेव कार्यक्रम चलाया है। इसके तहत ताम्र शिल्पियों की बेहतरी के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। खेरही के चौगांवछीना, खर्कटम्टा, ट्म्टयूड़ा, आगर, सकीड़ा आदि स्थानों पर आज भी कारीगर अपना पैतृक ताम्र व्यसाय को जिंदा रखे हुए हैं। रामनगर से तांबे की सीट आती है और उसे चीड़ के बगेट यानी छिलके में तपाकर वे तांबे के तमाम बर्तनों का निर्माण करते हैं।
जिला उद्योग विभाग के निर्देशन पर हिमाद्री पूजा पात्र किट नाम से पैकेजिंग की जा रही है और चारधार यात्रा शुरू होने पर इस किट को धार्मिक पर्यटकों को मुहैया कराया जाएगा। चारधाम के अलावा बैजनाथ, बागनाथ, जागेश्वर समेत अन्य धामों में भी यह पंचपात्र नजर आएंगे।
पूजा किट में शामिल पंचपात्र
तांबे से बने पंच पात्र यानि कुनी, आचमन, अर्ग, दिया और पंचपात्र शामिल किए गए हैं। जिन्हें हस्तशिपियों ने खूबसूरत बनाने की कोशिश की है। यह पंचपात्र शादी-विवाह, जनेऊ संस्कार, पूजा-अर्चना, नामकरण संस्कार समेत हिंदुओं के तमाम तरह के संस्कारों में काम आते हैं।
यहां बिकेंगे पूजा पात्र किट
पूजा पात्र किट बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमनोत्री, गंगोत्री और हरिद्वार धाम में बेचे जा सकेंगे। उद्योग विभाग ने विपणन की व्यवस्था कर दी है। इसके अलावा उत्तराखंड के धार्मिक स्थल और पर्यटक स्थलों पर भी यह किट उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।
खरेही में बन रहे पात्र
जिले का खरेही क्षेत्र ताम्र उद्योग के नाम से जाना जाता है। टम्ट्यूड़ा, खर्कटम्टा, घिंघारतोला, देवलधार, सकीणा, चौगांवछीना आदि स्थानों पर ताम्र पूजा किट तैयार किए जा रहे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
महाप्रबंधक उद्योग जेपी दुर्गापाल ने कहा कि उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद देहरादून द्वारा विपणन की व्यवस्था की गई है। स्थानीय स्तर पर पूजा किट की पैकेजिंग का काम किया जा रहा है। कोरोना के कारण कुछ काम प्रभावित हुआ है, लेकिन चारधाम की यात्रा शुरू होने पर यह पंचपात्र धार्मिक पर्यटकों तक पहुंचाए जाएंगे। इसके अलावा कौसानी, बैजनाथ और अन्य पर्यटक स्थलों में यह पंचपात्र ब्रिकी के लिए रखे जाएंगे।