पानी न मिलने से आक्रोश
रनीखेत-खैरना स्टेट हाईवे से सटे खुशालकोट गांव के ग्रामीणों का सब्र आखिरकार जवाब दे गया। ग्रामीणों ने खाली बर्तनों के साथ खुशालकोट-बमस्यूं रोड पर प्रदर्शन कर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। दो टूक चेतावनी दी कि शीघ्र पेयजल व्यवस्था में सुधार न होने पर आंदोलन तेज किया जाएगा।
संसू, गरमपानी : हाड़कंपाती ठंड में पानी के लिए इधर उधर भटक रहे रनीखेत-खैरना स्टेट हाईवे से सटे खुशालकोट गांव के ग्रामीणों का सब्र आखिरकार जवाब दे गया। ग्रामीणों ने खाली बर्तनों के साथ खुशालकोट-बमस्यूं रोड पर प्रदर्शन कर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। दो टूक चेतावनी दी कि शीघ्र पेयजल व्यवस्था में सुधार न होने पर आंदोलन तेज किया जाएगा।
लंबे समय से पानी न मिलने से गुस्साए ग्रामीणों ने खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन कर विरोध जताया। आक्रोशित ग्रामीण सोमवार को खाली बर्तन लेकर खुशालकोट-बमस्यूं रोड पर एकत्र हुए। प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा हाड़कंपा देने वाली ठंड में महिलाएं ही नहीं बल्कि बच्चे, बूढ़े भी पानी का जुगाड़ में लगे रहते हैं। कहा कि गाव के समीप प्राकृतिक जल स्त्रोत भी सूख चुका है। जिस कारण उन्हें करीब दो किमी दूर से पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द पेयजल व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में प्रताप सिंह, इंद्र लाल, रेनू नेगी, तुलसी देवी, मनीषा करायत, देवकी देवी, लीला करायत, विमला देवी, हेमा देवी, दया असवाल आदि मौजूद रहे।
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80 परिवारों के सामने गहराया संकट
रानीखेत-खैरना स्टेट हाईवे से सटे खुशालकोट (ताड़ीखेत ब्लॉक) के बाशिंदों को शेर पंपिंग योजना से पानी की सप्लाई की जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि योजना से एक-दो दिन छोड़कर बहुत कम मात्रा में पानी मिलता है। समुचित मात्रा में पानी न मिलने के कारण मवेशियों के लिए भी संकट पैदा हो गया है। कहा कि गांव से करीब आधा किमी दूर स्थित जल स्रोत पर पानी के लिए कई बार झगड़े की नौबत तक आ जाती है।