जिले में सत्तारूढ़ भाजपा को विपक्ष ने दिया झटका, कांग्रेस ने लहराया परचम
जिले की सात निकायों में भाजपा उम्मीद के मुताबिक जीत हासिल नहीं कर सकी है। सत्तारूढ़ होने के बावजूद केवल तीन निकायों में ही जीत दर्ज करा सकी।
हल्द्वानी, जेएनएन : जिले की सात निकायों में भाजपा उम्मीद के मुताबिक जीत हासिल नहीं कर सकी है। सत्तारूढ़ होने के बावजूद केवल तीन निकायों में ही जीत दर्ज करा सकी। जबकि, कांग्रेस ने विपक्ष में रहते हुए चार निकायों में दमदार उपस्थिति के साथ जीत हासिल की है।
हल्द्वानी नगर निगम में भाजपा अपनी जीत दोहराने में कामयाब रही है। इस सीट पर भी शुरुआत में मुकाबला कांटे का नजर आ रहा था। नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने अपने बेटे सुमित हृदयेश को जिताने के लिए पूरा जोर लगा दिया था। इसके बावजूद भाजपा के मेयर प्रत्याशी डॉ. जोगेंद्र रौतेला बाजी मार ले गए। भवाली नगर पंचायत में भाजपा के संजय वर्मा और कालाढूंगी नगर पंचायत में भाजपा के ही पुष्कर कत्यूरा विजयी रहे हैं। लालकुआं नगर पंचायत में कांग्रेस के लालचंद ने पार्टी के लिए उम्मीद जगाई। जबकि, लालचंद ने चुनाव से कुछ समय पहले ही भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी। कांग्रेस ने उन पर भरोसा जताया और वह जीत गए। यह निर्णय पार्टी के लिए बेहतर साबित हुआ।
भीमताल नगर पंचायत में कांग्रेस के दीपू चनौतिया और नैनीताल नगर पालिका में सचिन नेगी और रामनगर नगर पालिका में भी कांग्रेस का परचम लहराया। रामनगर में मोहम्मद अकरम ने जीत हासिल कर कांग्रेस का झंडा बुलंद किया। भले ही कांग्रेस को हल्द्वानी सीट पर बड़ा झटका लगा, वहीं चार सीटों पर जीत को अपनी उपलब्धि बता रहे हैं। इधर, भाजपा को इन चार सीटों पर अंदरूनी बगावत का खामियाजा उठाना पड़ा। रामनगर में भाजपा हाईकमान को टिकट वितरण की नाराजगी झेलनी पड़ी थी। नैनीताल व अन्य जगहों का भी यही हाल रहा। ओवरऑल चार सीटों पर हार को लेकर पार्टी हाईकमान भी सकते में है।
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