पंचायत चुनाव के मैदान में उतरने से पहले ही हारे एक हजार दावेदार, नहीं दिया पिछले चुनाव के खर्च का ब्यौरा
पिछले पंचायत चुनाव में पूरे दमखम से मैदान में उतरे 1044 प्रत्याशी इस बार चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। इन्होंने निर्वाचन आयोग को अपने पिछले चुनावी खर्च का ब्यौरा नहीं दिया था।
हल्द्वानी, जेएनएन : पिछले पंचायत चुनाव में पूरे दमखम से मैदान में उतरे 1044 प्रत्याशी इस बार चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। इन्होंने निर्वाचन आयोग को अपने पिछले चुनावी खर्च का ब्यौरा नहीं दिया था। लिहाजा आयोग ने इन्हें अयोग्य घोषित कर दिया है। अयोग्य घोषित होने वाले प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा संख्या प्रधान बनने का सपना देखने वाले उम्मीदवारों की है।
पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। आरक्षण रोस्टर पूर्व में जारी होने पर शासन से एक सप्ताह के भीतर चरणवार तारीखों का एलान भी हो चुका है। जनपद नैनीताल में कुल आठ ब्लॉक हैं, जिनमें पंचायत के अलग-अलग पदों पर लड़ चुके 1044 उम्मीदवार अयोग्य घोषित हो गए हैं। प्रधान पद पर 577, क्षेत्र पंचायत सदस्य सीट पर 391 और जिला पंचायत सीट पर किस्मत आजमा चुके 1044 लोग इस बार चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।
नामांकन के दौरान रखी जाएगी नजर
हर ब्लॉक के पास अयोग्य प्रत्याशियों की पूरी सूची है। नामांकन के दौरान कोई अयोग्य न पहुंच जाए, इसलिए इन पर खास नजर रखी जाएगी।
कोई उपाय तो बताओ
पूर्व में निर्वाचन आयोग के नियमों की अनदेखी करना अब महंगा साबित हो रहा है। 2014 के पंचायत चुनाव में उम्मीदवार रहे कई लोग ब्लॉक पहुंचकर चुनाव लडऩे का उपाय भी पूछ रहे हैं, जिसके बाद उन्हें बैरंग लौटना पड़ रहा है।
विकासखंडवार अयोग्य की सूची
ब्लॉक प्रधान बीडीसी
हल्द्वानी 102 89
रामनगर 82 49
भीमताल 58 47
कोटाबाग 56 42
रामगढ़ 48 29
धारी 24 24
बेतालघाट 70 38
ओखलकांडा 137 73
ब्लॉकों के पास अयोग्य घोषित हो चुके पूर्व प्रत्याशियों की सूची
बसंत मेहता, एडीओ पंचायत ने बताया कि अयोग्य प्रत्याशियों को दोबारा चुनाव लडऩे का मौका नहीं मिलता। हर विकासखंड के पास अयोग्य घोषित हो चुके पूर्व प्रत्याशियों की सूची है।