लालकुआं में महिला से ठगे एक लाख के जेवर, पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
कोतवाली में तैनात एक पुलिस कर्मी ने घटना नोट करते हुए जेवरात बरामद करने का आश्वासन दिया। पुलिस कर्मी के आश्वासन पर वह घर लौट गई। कुछ दिन बाद जब वह दुबारा कोतवाली आकर जेवरों के संबंध में पूछताछ करने लगी तो वहां मौजूद पुलिस कर्मी अनभिज्ञता जाहिर करने लगे।
जागरण संवाददाता, लालकुआं : हल्द्वानी से ऑटो द्वारा लालकुआं आ रही बिंदुखत्ता निवासी महिला को सम्मोहित कर दो अज्ञात ठगों ने उसके करीब एक लाख रुपये के कीमती गहने उड़ा लिए। पीडि़त महिला का आरोप है कि घटना के बाद उसने लालकुआं पुलिस को मौखिक जानकारी दी लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर आस पड़ोस की महिलाएं शुक्रवार को लालकुआं कोतवाली पहुंची और पुलिस को तहरीर देकर जेवर बरामदगी तथा ठगों को दबोचने की गुहार लगाई। मामले की जानकारी के बाद पुलिस ने क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों को खंगालने शुरू कर दिए हैं।
बिंदुखत्ता की बोरिंगपट्टा निवासी पार्वती देवी के मुताबिक गत 12 सितंबर को वह सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में अपने रिश्तेदार के नवजात शिशु को देखने बाद अपनी पुत्रवधू के साथ घर लौट रही थी। जिस ऑटो से वह हल्द्वानी से लालकुआं आ रही थी, वह बरेली रोड स्थित वन विकास निगम डिपो संख्या चार के समीप खराब हो गया। वहां से वह पैदल लालकुआं को आने लगी। तभी ऑटो में उनके साथ बैठे दो युवक भी उनके साथ पैदल चलने लगे। युवकों ने कहा आजकल जेवर पहने महिलाओं के गले में झपट्टा मारकर बदमाश जेवर लूट रहे हैं, इसलिए वह अपने जेवर को गले से निकालकर रुमाल में बांध लें। जिस पर महिला ने अपने सोने के मंगलसूत्र तथा आधा तोले के कान के टॉप्स उतार कर रूमाल में बांध दिए। लालकुआं रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे तो उनके साथ चल रहे दोनों लड़कों ने उन्हें कुछ कागज व रुमाल पकड़ाते हुए कहा कि माताजी हमारा सामान पकड़ लो हम खाना खाकर आते हैं। कुछ देर बाद वह आए तथा उसने रूमाल व कागजात लेकर चले गए। उनके जाने के बाद महिला ने जैसे ही जेवर पहनने के लिए रूमाल की गांठ खोली तो उसमें पत्थर निकले। जिस पर उनके होश उड़ गए उन्होंने दोनों युवकों को काफी ढूंढा परंतु वह नहीं मिले।