एक तरफ राज्य ओलंपिक खेल, दूसरी ओर बजट पर संघ व राज्य सरकार में ठनी
स्पोट्र्स स्टेडियम में आयोजित हो रहे राज्य ओलंपिक खेलों में सरकार की अनदेखी पर विवाद खड़ा हो गया है।
नैनीताल, (जेएनएन) : स्पोट्र्स स्टेडियम में आयोजित हो रहे राज्य ओलंपिक खेलों में सरकार की अनदेखी पर विवाद खड़ा हो गया है। आयोजन में पहुंचे खेल निदेशक प्रताप सिंह शाह ने खुलकर सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने आयोजन के लिए सरकार से बजट नहीं दिए जाने की चर्चा को गलत करार दिया। उनका कहना था कि ओलंपिक संघ की तरफ से बजट का कोई प्रस्ताव ही उन्हें नहीं मिला।
राज्य ओलंपिक संघ की तरफ से शहर में आयोजित हो रहे चतुर्थ राज्य ओलंपिक खेलों में खिलाडिय़ों को राज्य सरकार की तरफ से सुविधा न दिए जाने को लेकर सरकार व ओलंपिक संघ आमने-सामने हैं। सरकार की तरफ से अपनी सफाई में इस बाबत साख बचाने का प्रयास हो रहा है।
खेल निदेशक प्रताप सिंह शाह ने कहा कि संघ के अधिकारियों के साथ जो बैठकें हुईं, उनमें किसी प्रकार का बजट मांगे जाने का प्रस्ताव नहीं था। यदि दिया गया होता तो सरकार इस बड़े आयोजन को लेकर कुछ न कुछ जरूर करती। यह पूछे जाने पर कि ओलंपिक संघ की खिलाडिय़ों के आने-जाने के किराये की मांग की कोई सुध नहीं ली गई। खेल निदेशक ने कहा कि इस बात की भी जानकारी उनको नहीं है। अभी उनको खेल निदेशालय में आए हुए एक माह का समय हुआ है।
पूरे मामले में ओलंपिक संघ के राज्य महासचिव डीके सिंह ने कहा कि जब देहरादून में खेलों के आयोजन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक हुई तो उसमें कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। उनकी तरफ से एक मांग रखी गई थी कि खिलाडिय़ों को आने-जाने का किराया सरकार वहन कर ले तो खेलों को बेहतर तरीके से आयोजित किया जा सकता है। इसके बाद भी उनके इस प्रस्ताव सरकार की तरफ से किसी प्रकार का जवाब नहीं आया।
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