कॉर्बेट नेशनल पार्क में आने वाले सैलानियों की तादाद घटी, आमदनी भी कम हुई
विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क में आने वाले सैलानियों की तादाद बीते वित्तीय वर्ष में घट गई। ऐसे में सरकार की झोली में भी पहले की अपेक्षा कम राजस्व आया।
रामनगर, जेएनएन : विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क में आने वाले सैलानियों की तादाद बीते वित्तीय वर्ष में घट गई। ऐसे में सरकार की झोली में भी पहले की अपेक्षा कम राजस्व आया। वित्तीय वर्ष 2017-18 में पिछले वर्ष की अपेक्षा 7,209 भारतीय पर्यटक कम आए। जबकि 978 विदेशी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई। कम पर्यटक आने से राजस्व का आंकड़ा बीते साल के राजस्व को भी छू नहीं सका। सरकार की झोली में 8.75 करोड़ रुपये का ही राजस्व आ पाया। यानी बीते वर्ष की अपेक्षा 9.27 लाख का राजस्व कम मिला। मौजूदा वित्तीय वर्ष के पर्यटकों के आंकड़े अगले साल अपै्रल तक जारी होंगे।
बाघों व प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्घ कॉर्बेट पार्क में हर साल सैलानी बढ़ते हैं। वित्तीय वर्ष 2011-12 से अब तक लगातार देशी व विदेशी सैलानियों की संख्या व उनसे मिलने वाले राजस्व में वृद्घि होती रही है। लेकिन वर्ष 2017-18 वित्तीय वर्ष में पार्क आने वाले पर्यटकों की आमद सबसे कम हो गई। पार्क के कार्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक कॉर्बेट में 2,77186 भारतीय पर्यटक व 7621 विदेशी पर्यटक आए। जिसमें कुल 6231 पर्यटक कम आए। कम पर्यटक आने की वजह चाहें जो भी रही हो, लेकिन इससे सरकार के राजस्व पर भी असर पड़ा। पर्यटक घटने से वर्ष 2017-18 में 8,75,92,703 का ही राजस्व सरकार को मिला। जबकि उससे पहले वर्ष में 9,27,11,91 का राजस्व सरकार को मिला था।
वर्ष कुल पर्यटक राजस्व
वर्ष 2013-14 21167 7,4825679
वर्ष 2014-15 245873 8,3038521
वर्ष 2015 16-283308 9,1987796
वर्ष 2016-17 291038 9,6863894
वर्ष 2017-18 284807 8,7592703
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