शोर जेनेरिक दवा का और दुकान खुली ब्रांडेड दवा की
डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में कुमाऊं की सबसे महंगी हुई दवा की दुकान।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में कुमाऊं की सबसे महंगी दवा की दुकान का टेंडर हो चुका है। दिल्ली की फर्म को सवा पांच करोड़ रुपये प्रतिवर्ष किराये पर दवा की दुकान चलाने का ऑर्डर कर दिया जाएगा। ऐसे में जब प्रधानमंत्री से लेकर राज्य सरकार तक जेनेरिक दवाइयों को बढ़ावा देने का दावा कर रहे हैं। इसके बावजूद इस अस्पताल में ब्रांडेड दवाइयों की दुकान खोल दी गई है। सस्ती दवा देने को लेकर भी किसी तरह की शर्त भी नहीं रखी गई है। आठ फर्मो ने किया था आवेदन
एसटीएच में मेडिकल स्टोर लेने के लिए देश भर से आठ आवेदन आए थे। एक आवेदन शुरुआत में ही निरस्त हो गया था। सात आवेदनों में से दिल्ली की फर्म ने सबसे अधिक पांच करोड़ 26 लाख रुपये किराए के लिए टेंडर भरा था। संयोग फार्मेसी पांचवें नंबर पर रही, जिसने करीब सवा तीन करोड़ रुपये का टेंडर भरा था। जबकि, 2014 में हुए टेंडर में यह दुकान सवा करोड़ रुपये प्रतिवर्ष किराये पर चल रही थी। सवालों के घेरे में रहा कॉलेज प्रशासन
एसटीएच में संयोग फार्मेसी के पास दवा दुकान का ठेका था। इस फर्म का टेंडर वर्ष 2016 में खत्म हो गया था। इसके बावजूद अब तक दुकान संचालित होती रही। इस पूरे प्रकरण में मेडिकल कॉलेज प्रशासन की भूमिका संदिग्ध रही। बार-बार सवाल उठते रहे। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों ने भी आंखें मूंदे रखी। इस मामले की अभी तक जांच भी नहंी हुई है। दोनों प्रकार की दवाइयां बिकेंगी
प्राचार्य डॉ. चंद्र प्रकाश भैंसोड़ा ने बताया कि एसटीएच में दवा की नई दुकान का टेंडर हो चुका है। जल्द ही आर्डर कर दिया जाएगा। इस दुकान में ब्रांडेड व जेनेरिक दोनों तरह की दवाइयां बिकेंगी। मरीजों के लिए इसी दुकान से ही दवा खरीदने की बाध्यता नहीं है।