महिलाओं की सुरक्षा से कोई समझौता करने की जरूरत नहीं : डीआइजी
महिलाओं की सुरक्षा करना पहला कार्य है। इसमें किसी प्रकार के समझाते की जरूरत नहीं है। हर महिलाएं संरक्षित रहे।
जासं, नैनीताल : महिलाओं की सुरक्षा करना सबसे पहला कार्य है। इसमें किसी प्रकार का समझौता करने की जरूरत नहीं है। हर महिला सुरक्षित रहे। उन्हें किसी प्रकार का भय न हो, इसके लिए सभी पुलिसकर्मी व अधिकारी तत्परता के साथ कार्य करें। यह बात डीआइजी जगत राम जोशी ने अपने कार्यालय में समीक्षा के दौरान सभी अधिकारियों से कही। इसके अलावा उन्होंने महिला अपराधों के मामले में तेजी से एक्शन लेते हुए अभियुक्तों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने व वरिष्ठ नागरिकों से संबंधित शिकायत व अपराध पर तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। दारोगाओं को टास्क देकर ईनामी व वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी करने के लिए भी कहा।
डीआइजी ने जोशी ने वर्षाकाल को देखते हुए थाना-चौकियों को अलर्ट रहने को कहा। उन्होंने नेपाल व उत्तर प्रदेश से सटी सीमा पर आपसी समन्वय बढ़ाने, भूमि संबंधी विवाद पर प्राथमिक स्तर पर कार्रवाई करने, सीनियर सिटीजन से संबंधित शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने, पंचायत चुनाव की अभी से तैयारी करने के निर्देश दिए। प्राथमिकता के अनुसार सोशल पुलिसिंग को बढ़ावा देने, जिलों में अनावश्यक रूप से लंबित मामलों का निस्तारण करने, सेवानिवृत्त कर्मियों की पेंशन व देयकों का तत्काल भुगतान करने व अगले छह माह में रिटायर होने वाले कर्मियों से संबंधित कार्रवाई अभी से करने को कहा है। बैठक में लंबित विवेचना, वांछित अपराधी बरामदगी, गिरफ्तारी, वारंटों की तामिली, मालखानों से माल के निस्तारण, यातायात व्यवस्था, एक्सीडेंट की रोकथाम, नशा कर वाहन चलाने वाले चालकों पर कार्रवाई आदि की समीक्षा की गई। बैठक में ऊधमसिंह नगर के एसएसपी बरिंदरजीत सिंह, अल्मोड़ा के प्रहलाद नारायण मीणा, पिथौरागढ़ के एसपी रामचंद्र राजगुरु, चंपावत के ददन पाल, बागेश्वर के लोकेश्वर सिंह, नैनीताल की एसपी क्राइम रचिता जुयाल आदि मौजूद थे।