coronavirus : कोरोना संक्रमितों का सैंपल लेने वाले मेडिकल स्टाफ के ठहरने की व्यवस्था नहीं
कोरोना वारियर्स अपनी जान जाेखिम में डालकर दूसरों की जान बचा रहे हैं। इस यकीन के साथ कि एक बार फिर से शहर जिला प्रदेश और देश में सबकुछ सामान्य हो जाएगा।
हल्द्वानी, जेएनएन : कोरोना वारियर्स अपनी जान जाेखिम में डालकर दूसरों की जान बचा रहे हैं। इस यकीन के साथ कि एक बार फिर से शहर, जिला, प्रदेश और देश में सबकुछ सामान्य हो जाएगा। लेकिन उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। पहले जहां उन्हें पीपीई किट व एन 95 मास्क मिलने में दिक्कत आई वहीं शनिवार आधी रात तक ठहरने के लिए परेशान हाेना पड़ा। दरअसल रात संक्रमित मरीजों का सैंपल लेने वाली टीम के सदस्यों के ठहरने की व्यवस्था न होने के कारण उन्हें परेशान होना पड़ा। आधी रात सीएमओ कैंप कार्यालय पर इंतजार के बाद टीम को टीआरसी काठगोदाम में भेजा गया।
डाॅक्टर समेत पांच कर्मचारियों ने तीन दिन पहले उन मरीजों की जांच की थी और सैंपल लिए थे, जो बाद में पाॅजिटिव निकल गए। जैसे उन्हें इसकी सूचना मिली तो संबंधित स्वास्थ्य टीम ने घर जाने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए भी बाहर ही कहीं रहने की व्यवस्था की जाए। निर्धारित गाइडलाइन के आधार पर ही ऐसा करना जरूरी है, ताकि संक्रमण घर तक नहीं पहुंचे। टीम के सभी सदस्य रात 12:30 बजे तक सीएमओ कैंप कार्यालय के बाहर ही बैठे रहे। जब इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को पता चली तो उन्होंने काठगोदाम के टीआरसी में ठहरने की व्यवस्था कर दी। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. रश्मि पंत ने बताया कि हम लोग खुद डेढ़ बजे तक सैंपल लेने के लिए बागझाला गौलापार में थे। जैसे ही पता चला तुरंत गाड़ी से टीआरसी भेज दिया गया। वहीं डीएम सविन बंसल का कहना है कि हो सकता है वह नाइट डयूटी में तैनात हों, लेकिन इस मामले को देखा जाएगा।
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