एमबीपीजी में अब बिना आधार कार्ड के नहीं मिलेगा दाखिला
यदि अब एमबीपीजी कालेज में दाखिला लेना है तो एड्रेस प्रूफ देना जरूरी होगा। दरअसल स्नातक प्रथम वर्ष में दाखिला पा चुके कुछ विद्यार्थियों द्वारा अपना गलत पता देने का मामला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: यदि अब एमबीपीजी कालेज में दाखिला लेना है तो एड्रेस प्रूफ देना जरूरी होगा। दरअसल स्नातक प्रथम वर्ष में दाखिला पा चुके कुछ विद्यार्थियों द्वारा अपना गलत पता देने का मामला सामने आया है। जिसके चलते अब इस सत्र में स्नातकोत्तर की सभी कक्षाओं और स्नातक द्वितीय वर्ष में प्रवेश लेने आने वाले छात्र-छात्राओं के पास अपना एड्रेस प्रूफ (आधार कार्ड/बैंक अकाउंट/वोटर आइडी) होना जरूरी है।
कालेज में स्नातक यानी बीए, बीएससी और बीकाम प्रथम वर्ष की कक्षाओं में दाखिला प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। करीब तीन हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने अलग-अलग कक्षाओं में दाखिला लिया है। आनलाइन प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने के दौरान छात्र-छात्राएं फार्म में खुद अपना पता भर लेते हैं। इधर, प्रवेश प्रभारी डा. एसएन सिद्ध द्वारा पुलिस में जिन तीन छात्रों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है, उनमें से एक छात्र का पता ही गलत निकला। उसके द्वारा आवेदन फार्म में भरे गए पते में अपना निवास स्थान लिखा गया है। जबकि उसका निवास स्थान दमुवाढूंगा का है। इसी तरह कुछ अन्य छात्रों के मामले में भी ऐसी ही शिकायत मिली है। प्रवेश प्रभारी डा. सिद्ध ने बताया कि एहतियात के तौर पर अब स्नातकोत्तर और स्नातक द्वितीय वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया चलेगी। उसमें छात्र-छात्राओं को अपना एड्रेस प्रूफ का पता आवेदन फार्म में भरना होगा। फार्म में भरे गए पते का सत्यापन भी किया जाएगा। कालेज में अभी करीब चार हजार के आसपास दाखिले और होने हैं। प्रोक्टोरियल बोर्ड की बैठक आज
एमबीपीजी कालेज में आज प्रोक्टोरियल बोर्ड की बैठक होगी। जिसमें कालेज में अनुशासन के मद्देनजर नई व्यवस्थाओं पर चर्चा होगी। एड्रेस प्रूफ अनिवार्य करने संबंधी प्रस्ताव भी बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। प्रवेश निरस्त होगा
प्रवेश प्रभारी ने जिस छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, आवेदन पत्र में पता गलत पाए जाने पर प्रवेश समिति उसका प्रवेश निरस्त करने पर विचार कर रही है। प्रवेश के दौरान छात्रों द्वारा शपथ पत्र में इस बात का जिक्र किया जाता है कि वे सभी जानकारी सही भरेंगे, लेकिन उक्त छात्र द्वारा पता गलत दिया जाना कहीं न कहीं उसके प्रवेश निरस्त होने का कारण बनेगा। मामले में जिन दो अन्य छात्रों पर मुकदमा हुआ है, उन्हें भी प्रवेश के लिए कालेज प्रतिबंधित करने के मूड में है। दोनों कालेज में प्रवेश लेने की जुगत मे लगे थे। इसके अलावा पुलिस ने पथराव मामले में जिन 12 अज्ञातों पर केस दर्ज किया है, यदि उनमें से कोई एमबीपीजी का छात्र निकलता है तो उसे भी प्रतिबंधित किया जाएगा। ऐसे में इन छात्रों का भविष्य अंधकार की तरफ जाता नजर आ रहा है।