डेंगू ग्रस्त मां से जन्मे नवजात की चंद घंटो बाद मौत, एक पीडि़त ने बरेली के राममूर्ति में तोड़ा दम
शहर में डेंगू का प्रकोप जारी है। एसटीएच में डेंगू से पीडि़त महिला के नवजात बच्चे की जन्म के चंद घंटों बाद उसकी मौत हो गई। हल्द्वानी निवासी एक व्यक्ति की भी डेंगू से मौत हो गई है।
हल्द्वानी, जेएनएन : शहर में डेंगू का प्रकोप जारी है। एसटीएच में डेंगू से पीडि़त महिला के नवजात बच्चे की जन्म के चंद घंटों बाद उसकी मौत हो गई, जबकि इंदिरानगर निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति ने बरेली के राममूर्ति अस्पताल में डेंगू बुखार के चलते दम तोड़ दिया। इससे पूर्व में 17 लोग डेंगू से अपनी जान गंवा चुके हैं।
इंदिरानगर निवासी 55 साल के मकसूद हुसैन को कुछ दिन पहले डेंगू ने जकड़ लिया था, जिसके बाद उन्हें शहर के एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया। भतीजे खालिद ने बताया कि हालात काबू में न आने पर मकसूद को एसटीएच व उसके बाद बरेली राममूर्ति में भर्ती कराया गया। राममूर्ति में उन्होंने बुधवार दोपहर दम तोड़ दिया। इधर, गोरापड़ाव निवासी पद्मा देवी को डेंगू होने पर छह अक्टूबर को एसटीएच में भर्ती कराया गया था। वह गर्भवती थी। वैलेजली लॉज निवासी पद्मा के भाई हेम थापा ने बताया कि बुधवार दोपहर को पदमा की डिलीवरी हुई। लेकिन रात में बच्चे को सांस लेने में परेशानी होने लगी और हाथ-पांव में सूजन बढ़ गई। डॉक्टरों ने बच्चे को वेंटीलेटर पर रखा, मगर उसे बचाया नहीं जा सका। इधर, अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि जन्म के 48 घंटे के भीतर यदि मां को किसी तरह का इन्फेक्शन होता है तो ये बच्चे के लिए घातक होता है। बहरहाल नवजात की मौत के का कारणों का पता रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा।
डेंगू काबू करने आए पांच डॉक्टर वापस लौटे
बढ़ते डेंगू को काबू करने के लिए अल्मोड़ा से हल्द्वानी भेजे गए पांच डॉक्टर वापस लौट गए हैं। ये सभी डॉक्टर फील्ड सर्वे व जांच टीम का हिस्सा थे। हालांकि, फिजीशियन डॉ. बीडी जोशी व डॉ. केसी जोशी अभी बेस अस्पताल में ही बने हुए हैं।
डेंगू के 69 रोगी मिले
हल्द्वानी में गुरुवार को डेंगू के 69 रोगी मिले। इसमें बेस अस्पताल के 44, एसटीएच के 18 व निजी अस्पतालों के सात डेंगू मरीज शामिल हैं। अब तक डेंगू रोगियों की कुल संख्या 2487 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग का अभियान जारी
स्वास्थ्य विभाग का अभियान गुरुवार को भी जारी रहा। टीम ने शहर के विभिन्न इलाकों में फॉगिंग व सोर्स डिडक्शन किया। कुसमखेड़ा, शिव विहार, कृष्णा विहार, गायत्री नगर, गांधी नगर, भूमिया विहार क्षेत्र के 681 घरों पर सोर्स डिडक्शन का कार्य किया गया। जबकि, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य की टीम ने पांच स्कूलों में डेंगू जागरूकता कार्यक्रम चलाया।