प्रसूता ने 108 एंबुलेंस में जन्मा बच्चा, इलाज न मिल पाने से रास्ते में नवजात की मौत
चंपावत जिला अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ की कमी एक बार फिर खली। जिसका खामियाजा इस बार ग्राम पंचायत विकास अधिकारी (वीपीडीओ) को भुगतना पड़ा।
चम्पावत, जेएनएन : चंपावत जिला अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ की कमी एक बार फिर खली। जिसका खामियाजा इस बार ग्राम पंचायत विकास अधिकारी (वीपीडीओ) को भुगतना पड़ा। प्रसव पीड़ा के बाद प्रसूता को जिला अस्पताल में उपचार न मिलने के बाद उसे 108 एंबुलेंस से हायर सेंटर रेफर कर दिया लेकिन चल्थी के पास गर्भवती ने बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के हल्द्वानी पहुंचने से पूर्व ही बच्चे की मौत हो गई। प्रसूता की तबीयत फिलहाल ठीक है।
अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा ब्लॉक की वीपीडीओ धर्मा बोहरा (30) पत्नी प्रदीप बोहरा गर्भवती है। धर्मा को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन पाटी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। दर्द से कराहती हुई धर्मा जिला अस्पताल पहुंची। जहां डॉ. श्वेता खर्कवाल ने इलाज किया। लेकिन सीजर होने की स्थिति व ओ निगेटिव ब्लड की आवश्यकता समेत कई स्थितियों को देखते हुए डॉ. श्वेता ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। चम्पावत से 108 एंबुलेंस से जब परिजन उसे हल्द्वानी ले जा रहे थे तो धर्मा ने चल्थी के पास एक बच्चे को जन्म दिया।
वह बच्चे को लेकर पहले टनकपुर अस्पताल, फिर खटीमा निजी अस्पताल ले गए मगर किसी ने भर्ती नहीं किया। हल्द्वानी एक निजी अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही नवजात की मौत हो गई। मामले में सीएमएस डॉ. आरके जोशी ने बताया है कि महिला के ऑब्स्ट्रक्टेड लेबर पेन की वजह से ऑपरेशन जरूरी था और यहां प्रसूति रोग विशेषज्ञ नहीं थीं। इस वजह से गर्भवती को हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया था। साथ ही टनकपुर संयुक्त चिकित्सालय में तैनात सर्जन डॉ. प्रभा जोशी को भी इस संबंध में अवगत कराया गया था कि वह टनकपुर में उसे देख लें।
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