उद्योगों को बल व देश को आर्थिक संबल देगा नया साल, अप्रैल के बाद रोगनाश के बन रहे योग
नव वर्ष 2021 का आरंभ कर्क राशि के चंद्रमा यानी अश्लेषा नक्षत्र धनु राशि में सूर्य मकर राशि में बृहस्पति व शनि की युति और कन्या लग्न में होने जा रही है। नए साल के शुभारंभ पर मंगल अपनी राशि मेष में रहेगा।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : नव वर्ष 2021 का आरंभ कर्क राशि के चंद्रमा यानी अश्लेषा नक्षत्र, धनु राशि में सूर्य, मकर राशि में बृहस्पति व शनि की युति और कन्या लग्न में होने जा रही है। नए साल के शुभारंभ पर मंगल अपनी राशि मेष में रहेगा। लग्न से चतुर्थ भाव में बुधादित्य योग नए वर्ष में सुख कारक और रोग नाशक रहेगा। स्वग्रही चंद्रमा देश को आर्थिक मजबूती प्रदान करेगा। बृहस्पति व शनि की युति राजनीति कटुता को बढ़ा सकता है। वर्ष के मध्य में शनि का प्रभाव रोग मुक्ति का योग बनाएगा।
2021 में नए कीर्तिमान बनेंगे। उद्योगों में वृद्धि, शिक्षा व स्वास्थ्य की दृष्टि से भी नया साल अच्छा जाने वाला है। दैवीय आपदाएं परेशान कर सकती हैं। विशेषकर पश्चिमी देशों में जल भय, युद्ध भय और भूकंप आदि का खतरा होने का संभावना है। भारत के लिहाज से नया साल सैन्य शक्ति और आर्थिक शक्ति में वृद्धि करने वाला रह सकता है। नया वर्ष नई उम्मीद लेकर आएगा। विशेषकर कोरोना से सहमे लोगों को नया साल उम्मीद का रास्ता दिखाएगा। अप्रैल के बाद देश में रोग नाश के योग बन रहे हैं। सीमा पर तनाव रह सकता है। नए आविष्कार होंगे। समुद्री क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है। नववर्ष राशियों पर भी अलग-अलग प्रभाव दिखाएगा।
राशि अनुसार वार्षिक फल
- मेषः शुभ ग्रहों की स्थिति बनी है। कोई शुभ कार्य में व्यय बढ़ेगा। भूमि, भवन आदि खरीदने पर विचार कर सकते हैं। नया व्यवसाय या वाहन संबंधित सुख में वृद्धि होगी।
- वृषः वर्ष मिश्रित फल देने वाला रहेगा। व्यर्थ का भ्रमण, वाद-विवाद, स्वास्थ्य में शिथिलता रह सकती है। नौकरी के लिहाज से साल अच्छा जाएगा। पदोन्नति व आर्थिक लाभ का योग।
- मिथुनः मान-सम्मान में वृद्धि होगी। राजनीति पद-प्रतिष्ठा की दृष्टि से साल बेहतर है। वर्ष के प्रारंभ में धन व्यय व शारीरिक कष्ट रह सकता है। मित्रों से लाभ मिलेगा।
- कर्कः पारिवारिक खुशियों में वृद्धि होगी। विवाह, संतान सुख मिल सकता है। संपत्ति बढ़ेगी। नया वाहन घर में आ सकता है। घर में मांगलिक कार्यों के लिए वर्ष शुभ है।
- सिंहः साल संघर्ष में बीतने वाला है। शत्रु वृद्धि होगी। व्यर्थ विवाद से बचना हितकर रहेगा। स्थान परिवर्तन अथवा व्यर्थ भ्रमण हो सकता है। भूमि व वाहन से विशेष लाभ मिलेगा।
- कन्याः व्यापार में लाभ के योग हैं। नया कार्य शुरू करने की योजना बना सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में विशेष सफलता मिलेगी। उच्च मान-सम्मान मिलेगा। पारिवारिक तनाव से बचें।
- तुलाः दांपत्य सुख में वृद्धि होगी। भूमि, भवन संबंधी लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य कुछ परेशान कर सकता है। व्यर्थ विवाद से बचना हितकर रहेगा। शत्रुओं से सावधान रहें।
- वृश्चिकः धन-संपत्ति में वृद्धि रहेगी। नए कार्यों का आरंभ कर सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में विशेष सफलता मिलेगी। न्यायायिक विवाद से बचने का प्रयास करें।
- धनुः व्यापार, उद्योग में विस्तार के योग हैं। रुके हुए काम पूर्ण होंगे। संतान पक्ष से विशेष खुशी मिलेगी। कोई नया व्यापार का योग बनेगा। पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
- मकरः संघर्ष के बाद सफलता मिलेगी। शिक्षा और व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष अच्छा रहने वाला है। संतान सुख के योग हैं। देव कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
- कुंभः स्वास्थ्य की दृष्टि से वर्ष सामान्य है। योजना के कार्यों में व्यवधान आ सकता है। मानसिक तनाव बढ़ सकता है। वर्ष के उत्तरार्ध में धन-संपदा में वृद्धि होगी।
- मीनः मान-सम्मान में वृद्धि होगी। राजनीति में पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यय बढ़ेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। मांगलिक कार्यों का योग है। शिक्षा में उन्नति मिलेगी।
- (नोटः यह आलेख श्री महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय हल्द्वानी के प्राचार्य व वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी से बाचतीत के आधार पर तैयार किया है।)