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पेट्रोल पंप-धर्मकांटे के सत्यापन में महंगी पड़ेगी लापरवाही, बांट-माप विभाग ने कारोबारियों को भेजा पत्र

विधिक माप विज्ञान विभाग के अनुसार एक जनवरी से विभाग से संबंधित सभी सेवाएं (रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण स्टैंपिंग) आनलाइन कर दी गई हैं। कारोबारी को अपने पेट्रोल पंप या धर्मकांटे के लाइसेंस के सत्यापन की अगली निर्धारित तिथि से ठीक 30 दिन पहले विधिक माप विज्ञान विभाग को जानकारी देनी होगी।

By Prashant MishraEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 11:59 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 11:59 PM (IST)
पेट्रोल पंप-धर्मकांटे के सत्यापन में महंगी पड़ेगी लापरवाही, बांट-माप विभाग ने कारोबारियों को भेजा पत्र
ड्यू डेट या उसके बाद सत्यापन के लिए पहुंचता है तो उसे 50 फीसद की लेट फीस भरनी होगी।

हल्द्वानी, भानु जोशी। पेट्रोल पंप और धर्मकांटा संचालकों को सत्यापन में लापरवाही अब महंगी पड़ेगी। हर साल ड्यू डेट (सत्यापन की अगली तिथि) से 30 दिन पहले उन्हें इसकी जानकारी विधिक माप विज्ञान (बाट तथा माप) विभाग को देनी होगी। ऐसा न किया तो सत्यापन शुल्क का 50 फीसद पैसा लेट फीस के तौर पर चुकाना पड़ेगा।  

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विधिक माप विज्ञान विभाग के अनुसार, एक जनवरी से विभाग से संबंधित सभी सेवाएं (रजिस्ट्रेशन, नवीनीकरण, स्टैंपिंग) आनलाइन कर दी गई हैं। लाइसेंस सत्यापन की कार्यवाही में भी बदलाव हुआ है। इसके तहत संबंधित कारोबारी को अपने पेट्रोल पंप या धर्मकांटे के लाइसेंस के सत्यापन की अगली निर्धारित तिथि से ठीक 30 दिन पहले विधिक माप विज्ञान विभाग को जानकारी देनी होगी, जिसके बाद विभाग इस संबंध में अगली कार्यवाही अमल में लाएगा। पूर्व की व्यवस्था के अनुसार, अब तक संबंधित कारोबारी सत्यापन की तिथि या इसके बाद विभाग के कार्यालय पहुंचकर औपचारिकताएं पूरी करता था, जिसके बाद विभाग से उसे एक रसीद दे दी जाती थी।

ऐसे तय होगा जुर्माना

पेट्रोल पंप संचालकों को प्रत्येक नोजल का रजिस्ट्रेशन करना होता है। एक नोजल के रजिस्ट्रेशन का शुल्क 1500 रुपये तक होता है। वहीं, धर्मकांटे में यह शुल्क उसकी क्षमता पर आधारित होता है। रजिस्ट्रेशन का हर साल सत्यापन करना होता है। यदि अब कारोबारी 30 दिन पहले जानकारी न देते हुए ड्यू डेट या उसके बाद सत्यापन के लिए पहुंचता है तो उसे 50 फीसद यानी 750 रुपये की लेट फीस भरनी होगी। धर्मकांटे में भी यही नियम लागू होगा।

हल्द्वानी में पत्र जारी

वरिष्ठ निरीक्षक शांति भंडारी ने इस संबंध में शहर के सभी पेट्रोल पंप कारोबारियों और धर्मकांटा संचालकों को पत्र जारी किया है। वरिष्ठ निरीक्षक शांति भंडारी ने बताया कि शहर में 55 पेट्रोल पंप और करीब 150 धर्मकांटे संचालित हो रहे हैं। उप नियंत्रक कुमाऊं बांट माप विभाग जीएस रावत ने कहा कि सत्यापन के तहत नए दिशा-निर्देश जारी करने के लिए सभी निरीक्षकों को कहा गया है। यह योजना ट्रायल के तौर पर फिलहाल मैदानी क्षेत्रों में ही लागू की गई है।


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