काली नदी में राष्ट्रीय स्तर की रिवर राफ्टिंग प्रतियोगिता से, जुटने लगे सुरक्षा बल के खिलाड़ी
पिथौरागढ़ नेपाल सीमा पर काली और गोरी नदी के संगम जौलजीवी में गुरुवार से सुरक्षा बलों की राष्ट्रीय स्तर की रिवर राफ्टिंग और कयाकिंग प्रतियोगिता हो रही है।
जौलजीवी (पिथौरागढ़) जेएनएन : पिथौरागढ़ नेपाल सीमा पर काली और गोरी नदी के संगम जौलजीवी में गुरुवार से सुरक्षा बलों की राष्ट्रीय स्तर की रिवर राफ्टिंग और कयाकिंग प्रतियोगिता हो रही है। प्रतियोगिता में भाग लेने सुरक्षा बलों की टीम पहुंचने लगी है। जौलजीवी पहुंची टीमों ने अभ्यास प्रारंभ कर दिया है।
सात नवंबर से प्रारंभ हो रही प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए आइटीबीपी की पुरु ष और महिलाओं की चार टीमें पहुंच चुकी हैं। प्रतियोगिता में कुमाऊं मंडल विकास निगम की टीम भी प्रतिभाग करेगी। केएमवीएन की टीम भी प्रबंधक साहसिक दिनेश गुरु रानी के नेतृत्व में जौलजीवी पहुंच चुकी है। मंगलवार को पूर्व में काली नदी में राफ्टिंग कर चुकी केएमवीएन की टीम के साथ यहां पहुंची टीमों ने अभ्यास किया। इस मौके पर दिनेश गुरु रानी ने हिमालय बचाओ अभियान के तहत खिलाडिय़ों को नदी किनारे और आसपास के क्षेत्र में कूड़ा नहीं डालने और हिमालय बचाने की शपथ दिलाई। उन्होंने पहली बार काली नदी में राफ्टिंग के लिए पहुंचे खिलाडिय़ों को नदी के प्रवाह और सावधानियों के बारे में बताया।
पांच किमी तक होगी रिवर राफ्टिंग प्रतियोगिता
प्रतियोगिता के दौरान जौलजीवी में काली और गोरी नदी के संगम स्थल से पांच किमी दूर हंसेश्वर मठ तक रिवर राफ्टिंग होगी। काली नदी में राफ्टिंग एक चुनौती मानी जाती है। नदी का जलस्तर अधिक होने प्रवाह तेज रहता है। काली नदी में पहली बार महिला प्रतिभागी भी प्रतियोगिता में शामिल हो रही हैं।
सुरक्षा बलों सहित दिल्ली पुलिस की टीम भी शामिल
प्रदेश सरकार के सौजन्य से आयोजित इस प्रतियोगिता में केएमवीएन सहयोग करेगा। प्रतियोगिता में आइटीबीपी, एसएसबी की पुरु ष और महिला टीम के अलावा एसडीआरएफ, बीएसएफ, दिल्ली पुलिस सहित ऋषिकेश की टीमें प्रतिभाग कर रही हैं। बुधवार दिन तक सभी टीमें जौलजीवी पहुंच जाएंगी।
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