संवाद सहयोगी, रामनगर (नैनीताल): Nainital News: नैनीताल जिले के सावल्दे गांव में पैर में संक्रमण की वजह से असहाय हो चुके पालतू हाथी की मदद के लिए सेना के जवान आगे आए हैं। सेना के जवान लोहे का ढांचा तैयार कर जमीन पर लेटे हाथी को उठाने का प्रयास कर रहे हैं।
मूलरूप से बिहार निवासी इमाम अख्तर ने हाथियों के संरक्षण के लिए एरावत नाम से एक संस्था बनाई थी। इमाम अख्तर सावल्दे गांव में अपने हाथी मोती के साथ रह रहे थे।
वर्ष 2021 में बिहार में इमाम अख्तर की हत्या हो गई। इमाम अख्तर की मौत के बाद हाथी के देखरेख की जिम्मेदारी वन्यजीव प्रेमी इमरान खान को मिली।
तब से इमरान ही हाथी की देखरेख कर रहे हैं। इमरान ने बताया कि हाथी के दायें पैर में बचपन से ही दिक्कत थी। वह आगे के दोनों पैर पर खड़ा नहीं हो पाता था। एक ही पैर में शरीर का भार रहने की वजह से उसमें संक्रमण हो गया है।
पिछले कुछ दिनों से हाथी जमीन पर लेटा हुआ है। पशु चिकित्सक ने हाथी को उपचार के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस हास्पिटल आगरा भेजने को कहा।
आगरा से चिकित्सक सावल्दे आए तो उन्होंने हाथी की दशा खराब बताते हुए उसे ले जाने से मना कर दिया। चिकित्सकों ने ही इमरान को सेना से मदद के बारे में बताया। इमरान ने सेना की इंजीनियर रेस्क्यू टीम से बात की। जिसके बाद रुड़की से सेना के जवानों ने सावल्दे पहुंचकर लोहे का एक ढांचा तैयार किया है। इमरान ने बताया कि जवानों द्वारा हाथी को उठाने की कोशिश जारी है।