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Cave Garden Nainital : नैनीताल आए हैं तो बच्‍चों को केव गार्डन ले जाना न भूलें, जानें क्या है एंट्री फीस और यहां की खास बातें

Cave Garden Nainital नैनीताल का केव गार्डन एक प्राकृतिक गुफा है। जिससे बिना छेड़छाड़ किए केएमवीएन ने उसे एक खूबसूरत पर्यटन स्थल के लिए विकसित किया है। नैनीताल पहुंचने वाले पर्यटक यहां जरूर जाते हैं। बच्चों के लिए यहां जाना खास रोमांचक होता है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 13 Jun 2022 10:47 AM (IST)Updated: Mon, 13 Jun 2022 10:56 AM (IST)
Cave Garden Nainital : नैनीताल आए हैं तो बच्‍चों को केव गार्डन ले जाना न भूलें, जानें क्या है एंट्री फीस और यहां की खास बातें
Cave Garden Nainital: नैनीताल आए हैं तो केव गार्डन जाना न भूलें!

नैनीताल, जागरण संवाददाता : समर वैकेशन में नैनीताल समेत उत्तराखंड के हिल स्टेशनों पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। दिल्ली, लखनऊ, हरियाणा समेत देश और दुनियाभर से पर्यटक यहां घूमने पहुंच रहे हैं। नैनीताल में चिड़ियाघर, स्नोव्यू, बोटिंग का जमकर लुत्फ उठाया जा रहा है। ईको केव गार्डन पर भी पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ पहुंच रही है। चलिए बताते हैं कि ईको केव गार्डन में क्या खास है, कब खुला रहता है, एंट्री फीस क्या है और यहां पहुंच कैसे सकते हैं।

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केव गार्डन में एंट्री फीस

केव गार्डन का संचालन कुमाऊं मंडल विकास निगम यानी केएमवीएन की ओर से किया जाता है। गार्डन में बड़ों के लिए एंट्री फीस सौ रुपए और बच्चों की फीस 60 रुपए रखी गई है। जून 2021 के पहले तक बच्चों की फीस 25 रुपए और बड़ो के लिए 60 रुपए निर्धारित थी। लेकिन कोविड के दौरान आय प्रभावित होने के कारण केएमवीएन ने एंट्री फीस में करीब 66 फीसद तक बढ़ोतरी कर दी गई। 2019 में केव गार्डन से निगम को एक करोड़ 25 लाख, 2020 में एक करोड़ 45 लाख जबकि 2020 जुलाई से मार्च 2021 तक 44 लाख की कमाई हुई थी।

केव गार्डन की लोकेशन

केव गार्डन नैनीताल माल रोड से एक किमी की दूरी पर स्थित है। जहां आ आसानी से पैदल पहुंच सकते हैं और पैदल नहीं जाना चाहते हैं तो टैक्सी ले सकते हैं। नैनीताल में आपको हर स्पाट पर टैक्सी मिल जाएगी। केव गार्डन नैनीताल में सप्ताल में सभी दिन सुबह साढ़े नौ बजे से शाम सढ़े पांच बजे तक खुला रहता है। अगर आप यहां कैमरा ले जाते हैं उसके लिए आपको अतिरिक्त चार्ज देना पड़ता है।

केव गार्डन में क्या है खास

केव गुफाओं का एक चेन है लिहाजा अंदर आपको तरह-तरह की वरायटी वाले पहाड़ और पत्थर मिलेंगे जिन्हें देखते वक्त आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि आखिर ये पहाड़ इस तरह से कैसे बने होंगे।गुफा के अंदर मौजूद कुछ जगहें तो इतनी छोटी हैं कि आपको रेंग कर जाना पड़ेगा।

गुफाओं की इस चेन के अंदर कुल छह गुफाएं हैं जो छह अलग-अलग जानवरों के नाम पर हैं क्योंकि उन गुफाओं का स्ट्रक्चर उन जानवरों की आकृति से मिलता जुलता है। शाम के वक्त इस गार्डन में मौजूद म्यूजिकल फाउंटेन को जरूर देखें।

जाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप तंग जगहों से डरते हैं या फिर सांस से संबंधी किसी भी तरह की बीमारी से पीड़ित हैं तो ईको केव गार्डन की इन गुफाओं के अंदर अचानक न जाएं। यहां जाने से पहले अपनी सेहत का ध्यान रखें।

गुफा के अंदर जाने से पहले थोड़ी टाइट-फिटिंग वाले कपड़े पहनें ताकि आपके हाथ और पैर कहीं किसी चीज में फंस न जाएं। अगर आप अस्थमा से पीड़ित हैं तो अपना इन्हेलर साथ ले जाना न भूलें।

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