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बहू को पत्नी बताकर रहता था हत्यारोपित ससुर, पूरी कहानी जानकर स्‍तब्‍ध हो जाएंगे

रिपुर जमनसिंह गांव से सटे जंगल में 27 सितंबर को मिले महिला के कंकाल के मामले में रोचक खुलासा हुआ है। जिसे महिला का हत्यारोपित पति मानकर पुलिस ने गिरफ्तार किया वह ससुर निकला।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 08:53 AM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 08:53 AM (IST)
बहू को पत्नी बताकर रहता था हत्यारोपित ससुर, पूरी कहानी जानकर स्‍तब्‍ध हो जाएंगे
बहू को पत्नी बताकर रहता था हत्यारोपित ससुर, पूरी कहानी जानकर स्‍तब्‍ध हो जाएंगे

हल्द्वानी, जेएनएन : हल्‍द्वानी से सटे जंगल में 27 सितंबर को मिले महिला के कंकाल के मामले में रोचक खुलासा हुआ है। जिसे महिला का हत्यारोपित पति मानकर पुलिस ने गिरफ्तार किया, जांच के दौरान वह ससुर निकला। ससुर हरिपुर जमनसिंह में बहू को अपनी पत्नी बताकर किराए पर रह रहा था। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है।

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एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने मंगलवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 27 सितंबर को कंकाल से मिले कपड़ों के आधार पर जांच शुरू की गई। जांच में पता चला कि हरिपुर जमनसिंह गांव से एक महिला, उसका कथित पति व बच्चे लापता हैं। पुलिस गांव में रहने वाले गुरचरन सिंह के घर पहुंची तो पता चला कि बरेली जिले के ग्राम जोगीठेर, अलीगंज निवासी मदन लाल ने 10 सितंबर को कमरा किराये पर लिया था। उसके साथ कथित पत्नी सीमा व दो छोटे बच्चे भी थे। 18 सितंबर की शाम सीमा के बिना बताए घर से भागने की जानकारी देकर मदन लाल 19 सितंबर को बच्चे लेकर चला गया। मकान मालिक व आसपास के लोगों ने कंकाल पर मिले कपड़े सीमा के होने का शक जताया। एसएसपी ने बताया कि एसओजी व पुलिस की संयुक्त टीम ने मदन लाल को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में पता चला कि जिस सीमा को वह पत्नी बताता था, वह वास्तव में मदन लाल की पुत्रवधू थी और दोनों बच्चे बेटा-बेटी थे। दोपहर बाद मदन लाल को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।

गांव में अवैध संबंध के कारण लाया था हल्द्वानी

पुलिस की पूछताछ में मदन लाल ने बताया कि उसके बेटे दिनेश पाल का विवाह करीब साढ़े तीन साल पहले सीमा से हुआ था। दिनेश के मानसिक रूप से अस्वस्थ होने व सीमा के गांव के लोगों से अवैध संबंध होने से परिवार की काफी बदनामी हो रही थी। एक साल पहले पत्नी का निधन होने पर समस्याएं और बढ़ गईं। बदनामी होने पर वह बहू सीमा और छोटे बेटे धर्मेंद्र व बेटी निशा को लेकर हल्द्वानी आ गया। यहां उसने हरिपुर जमनसिंह में मकान किराये पर लेकर डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल के पास एक ठेकेदार के पास रेत-ईंट का काम करना शुरू कर दिया। बहू सीमा भी काम पर आने लगी। यहां भी सीमा ने अजनबी लड़कों से नजदीकियां बढ़ानी शुरू कर दी थी।

बहू ने किया था पहला हमला, फिर ससुर ने गला दबाया

मदन लाल ने बताया कि 17 सितंबर की रात करीब आठ से नौ बजे के बीच उसने सीमा को समझाना चाहा। मदन के मुताबिक सीमा ने गालीगलौज कर जान से मारने धमकी देनी शुरू कर दी। वह छोटे बेटे को घर के भीतर भी नहीं आने दे रही थी। करीब 10 बजे सीमा ने फिर हाथापाई कर दी और उसका गला पकड़ लिया। गुस्से में मदन ने भी दोनों हाथों से सीमा का गला पकड़कर पूरी ताकत से दबा दिया। इससे सीमा बेहोश हो गई। बेहोश सीमा को कंधे पर रखकर समीप के जंगल में ले गया और सिर पर चापड़ से कई प्रहार कर दिए। अगले दिन वह बच्चों को लेकर बरेली चला गया।   

मायके वालों से कंकाल का डीएनए मिलान करेगी पुलिस

पुलिस के मुताबिक सीमा का मायका रम्पुरा, बरेली में होने की जानकारी मिली है। पुलिस ने मायके वालों से संपर्क करने की कोशिश शुरू कर दी है। हरिपुर जमन सिंह से सटे जंगल में मिले कंकाल का बिसरा सुरक्षित रखा गया है। इसका डीएनए करवाकर मायके वालों के डीएनए से मिलान कराया जाएगा। जिससे शव सीमा का होने की वैज्ञानिक पुष्टि हो सके और दोषी ससुर को सख्त सजा दिलाई जा सके।

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