जीआइएस से अटैच होगी नगर निगम हल्द्वानी की प्राॅपर्टी, टैक्स का सत्यापन करना होगा आसान
नगर निगम प्रशासन शहर में अपनी प्राॅपर्टी का जियोग्राफिक इफाॅर्मेशन सिस्टम (जीआइएस) सर्वे कराने जा रहा। भवन व्यावसायिक प्रतिष्ठान मैदान स्कूल काॅलेज पार्क आदि सभी इसके दायरे में आएंगे। जीआइएस सर्वे के बाद प्राॅपर्टी टैक्स का सत्यापन करना आसान होगा।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : नगर निगम प्रशासन शहर में अपनी प्राॅपर्टी का जियोग्राफिक इफाॅर्मेशन सिस्टम (जीआइएस) सर्वे कराने जा रहा। भवन, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, मैदान, स्कूल, काॅलेज, पार्क आदि सभी इसके दायरे में आएंगे। जीआइएस सर्वे के बाद प्राॅपर्टी टैक्स का सत्यापन करना आसान होगा। शहरी विकास निदेशालय ने हल्द्वानी, रुद्रपुर, हरिद्वार व देहरादून के जीआइएस सर्वे के लिए नोएडा की जीआइएस कंसोर्टियम फर्म के साथ अनुबंध किया है।
कंपनी की टीम गुरुवार को हल्द्वानी पहुंच गई है। फर्म के मैनेजर सुनील कुमार ने बताया कि निगम के सभी वार्डों का सर्वे होगा। वार्ड में क्या प्रापर्टी है, किसके नाम है, उसका कारपेट क्षेत्र देखा जाएगा। प्रत्येक प्रापर्टी को एक नंबर दिया जाएगा। जीआइएस मैप बनेगा। टीम बनाकर सर्वे किया जाएगा। जिनकी निगरानी के लिए सुपरवाइजर होंगे। काम पूरा करने के लिए डेढ़ साल का समय रखा गया है।
टैक्स सत्यापन में मिलेगी मदद
निगम में स्वकर प्रणाली लागू है। यानी भवन स्वामी स्व घोषित प्रपत्र पर खुद की गणना अनुसार निगम को हाउस व स्वच्छता कर देता है। कई व्यवसायी, भवन स्वामी कम कारपेट क्षेत्र दिखाते हैं। जीआइएस से प्रापर्टी का कारपेट क्षेत्र, वह कितना मंजिला है आदि जानकारी आने के बाद टैक्स का सत्यापन करना आसान हो जाएगा। नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने बताया कि जीआइएस सर्वे के लिए निदेशालय ने फर्म को हायर किया है। जल्द ही टीम सर्वे टीम शुरू करेगी। जीआइएस सर्वे होने के बाद निगम की प्रापर्टी डिजिटल प्रारूप में आ जाएगी।