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आशा कार्यकर्ता से अभद्रता पर आंदोलन की चेतावनी

चम्पावत के पाटी ब्लॉक में आशा कार्यकर्ता को धमकाने के मामले में आशा कार्यकर्ताओं के संगठन ने आंदोलन की चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Jul 2020 10:12 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2020 10:12 PM (IST)
आशा कार्यकर्ता से अभद्रता पर आंदोलन की चेतावनी
आशा कार्यकर्ता से अभद्रता पर आंदोलन की चेतावनी

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : चम्पावत के पाटी ब्लॉक में आशा कार्यकर्ता को धमकाने के मामले में आशा कार्यकर्ताओं के संगठन ने आंदोलन की चेतावनी दी है। साथ ही धमकाने वाले एसडीएम व डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है।

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एक्टू से संबंद्ध उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों का आरोप है कि एसडीएम सुप्रिया व पीएचसी इंचार्ज डॉ. आभास सिंह ने आशा कार्यकर्ता ज्योति उपाध्याय का बुरी तरह अपमान किया और धमकी भी दी। इस तरह के व्यवहार से महिला की गरिमा को ठेस पहुंची है। पदाधिकारियों ने शुक्रवार को प्रेस को जारी बयान में कहा कि आशा कार्यकर्ता लंबे समय से स्वास्थ्य विभाग में सेवा दे रही हैं। उन्हें न तो सम्मानजनक मानदेय मिल रहा है और न ही उचित व्यवहार। इस तरह की घटनाएं आए दिन हो रही हैं। अब आशा कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगी। उन्होंने धमकी देने वाले एसडीएम व डॉक्टर को हटाने की मांग उठाई है। यूनियन के प्रदेश महामंत्री डॉ. कैलाश पांडेय ने सवाल उठाया कि क्या प्रशासन को सरकार से अपने हक की माग करने वाली आशाओं से दु‌र्व्यवहार की छूट दे दी गई है? उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।

उधर रामनगर में 21 सूत्रीय मागों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं के तेवर उग्र हो चले हैं। उन्होंने एसडीएम विजयनाथ शुक्ल के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर समस्याओं के समाधान की माग की। शुक्रवार को आशा कार्यकर्ता अपने संगठन के बैनर तले एसडीएम कार्यालय पहुंची। एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा कि सरकार उनकी अनदेखी कर रही है जबकि उनके द्वारा पूरे मनोयोग से विभागीय कार्य किया जाता है। उनकी समस्याओं के प्रति सरकार की अनदेखी से उनमें निराशा बनी हुई है। कई साल काम करने के बाद भी उन्हें उनके कार्यो का पारिश्रमिक नहीं दिया गया। उन्होंने हर महीने न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये देने की माग की है। आशाओं ने उन्हें ईपीएफ व ईएसआइ के दायरे में लाने, राज्य कर्मी घोषित करने, ड्यूटी के दौरान दुर्घटना होने पर परिवार को पाच लाख रुपये आर्थिक मदद देने, चिकित्सालय में विश्राम स्थल बनाने, यात्रा भत्ते का भुगतान करने, साल में दो बार यूनिफार्म देने, अटल आयुष्मान योजना के अवशेष का जल्द भुगतान करने की माग की है। इस दौरान जिलाध्यक्ष कमला बधानी, जिला महामंत्री विमला भट्ट, ब्लाक अध्यक्ष रजनी भट्ट, ललिता बलोदी, कंचन गुप्ता, पूनम तिवारी मौजूद रहीं।


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